अलीगढ़ के तालों के साथ इलेक्ट्रिकल उत्पादों को मिलेगा जीआई टैग, होगा ये फायदा
अलीगढ़ के इलेक्ट्रिकल उत्पादों को जीआई टैग मिलेगा। प्रस्ताव अलीगढ़ मेटल लाइट के नाम से तैयार किया गया। यहां पर लाइट पोल, जंक्शन बॉक्स का निर्माण किया जाता है। अलीगढ़ में 500 से अधिक इकाइयां उत्पादन करती हैं। तालानगरी में जीआई टैग को लगे कैंप में आठ निर्माताओं ने पंजीयन लिया।
ताले के बाद अब अलीगढ़ में बनने वाली इलेक्ट्रिकल लाइटों व उत्पादों को भी भौगोलिक संकेतक (जीआई) टैग मिलेगा। शनिवार को तालानगरी में जीआई टैग को लेकर लगे कैंप में निर्माताओं ने प्रस्ताव दिया। इससे पहले अलीगढ़ की पीतल की मूर्ति भी को जीआई टैग दिलाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया है।
तालानगरी औद्योगिक विकास एसोसिएशन की ओर से शनिवार को तालानगरी में जीआई टैग कैंप का आयोजन कराया गया, जिसमें कोआर्डिनेटर यूनियन वेलफेयर एसोसिएशन जीआई टैग जमालुद्दीन अंसारी शामिल हुए।
जीआई टैग के लिए अलीगढ़ में तालानगरी औद्योगिक विकास एसोसिएशन को अधिकृत किया गया है। कैंप में आठ ताला कारोबारियों ने जीआई टैग को पंजीयन कराया। 30 से अधिक ताला कारोबारियों ने ताले पर जीआई टैग को आवेदन किया। कैंप में जीआई टैग संबंधित पूछताछ के लिए बड़ी संख्या में ताला निर्माता कैंप में पहुंचे।
कोआर्डिनेटर यूनियन वेलफेयर एसोसिएशन जीआई टैग जमालुद्दीन अंसारी ने बताया कि कैंप आठ ताला निर्माताओं का पंजीयन जीआई टैग के लिए किया गया। 30 से अधिक निर्माताओं ने आवेदन किया है। इलेक्ट्रिकल्स उत्पाद व लाइटों को जीआई टैग दिलाया जाएगा। जीआई टैग में पंजीयन को केवल 10 रुपये शुल्क लगता है। इसको भी एसोसिएशन वहन करती है। इस मौके पर अध्यक्ष नेकराम शर्मा, महामंत्री सुनील दत्ता, ओपी शर्मा, प्रहलाद सिंह, मोती लाल वाष्र्णेय मौजूद रहे।
अलीगढ़ मेटल लाइट को मिलेगा जीआई टैग
तालानगरी औद्योगिक विकास एसोसिएसन के अध्यक्ष नेकराम शर्मा व महामंत्री सुनील दत्ता ने बताया कि अलीगढ़ मेटल लाइट को भी जीआई टैग मिलेगा। इसका प्रस्ताव इलेक्ट्रिकल आइटम बनाने वाले उद्यमियों ने वाराणसी से आए कोआर्डिनेटर को सौंपा है। यह प्रस्ताव अब पदमश्री डा. रजनीकांत के पास जाएगा। वहां से प्रस्ताव केंद्र को जाएगा। इससे पहले पीतल की मूर्तियों को लेकर भी प्रस्ताव जीआई टैग दिलाने का भेजा गया है। इसमें पोल लाइट, मेटल लाइट, डेकोरेटिव लाइट व अन्य उत्पाद शामिल हैं।
जीआई टैग के लाभ
जीआई टैग मिलने से कहीं भी उत्पाद बिकेगा तो निर्मित होने वाले स्थल की जानकारी मिलेगी। केंद्र सरकार से एक प्रमाण पत्र मिलता है। जीआई शिविर में स्टाल लगाने के लिए आने-जाने, रहने, खाने व स्टाल का खर्च नहीं लगता है। ब्रांडिंग का मौका नि:शुल्क मिलता है। पिछले साल जम्मू कश्मीर में जीआई फेयर लगा था, जिसमें अलीगढ़ से ताला निर्माता गए थे। केंद्र सरकार इसका प्रचार भी करा रहा है। दिल्ली में एलईडी पर अलीगढ़ के ताले को जीआई टैग मिलने का प्रचारचलरहाहै।