एसडीआरएफ और 10वीं वाहिनी पीएसी में खुलेगा पुलिस माडर्न स्कूल, स्मार्ट क्लासरूम की होगी व्यवस्था
एसडीआरएफ और 10वीं वाहिनी पीएसी में भी पुलिस माडर्न स्कूल खुलेगा। डीजीपी ने पुलिस शिक्षा समिति की बैठक में विस्तृत प्रस्ताव बनाने को कहा है। सभी पुलिस माडर्न स्कूलों में अच्छे फर्नीचर व स्मार्ट क्लासरूम की व्यवस्था होगी।
यूपी में अभी तक चल रहे सभी पुलिस माडर्न स्कूलों में अच्छे फर्नीचर की व्यवस्था करने के साथ ही वहां स्मार्ट क्लासरूम होंगे। साथ ही अच्छे शिक्षकों की तैनाती भी की जाएगी। इस समय चल रहे ऐसे 31 स्कूलों में सुविधाएं और बढ़ाई जाएगी। यह बातें गुरुवार को डीजीपी प्रशांत कुमार की अध्यक्षता में हुई पुलिस शिक्षा समिति की बैठक में हुई। इस दौरान ही एसडीआरएफ और बाराबंकी की 10 वीं वाहिनी पीएसी में पुलिस माडर्न स्कूल खोलने के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि ऐसे सभी स्कूलों में मूल सुविधाओं का ध्यान जरूर रखा जाए। बच्चों को शिक्षा और अन्य सुविधाएं देना जरूरी है। एडीजी पीएसी सुजीत पाण्डेय ने कहा कि कई पीएसी में चल रहे पुलिस माडर्न स्कूल के प्रस्तावों का स्थलीय निरीक्षण कराया जा चुका है। विद्यालय प्रबन्धकों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इन प्रस्तावों पर चर्चा की जा चुकी है। बैठक में आईजी पीएसी, एडीजी कानून व्यवस्था, आईजी स्थापना समेत कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस मुख्यालय में हुई इस बैठक में केन्द्रीय निदेशक मण्डल के सदस्य रहे।
बैठक में 39वीं वाहिनी पीएसी मीरजापुर, 20वीं पीएसी आजमगढ़, छठी वाहिनी पीएसी मेरठ, 35वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ, 15वीं वाहिनी पीएसी आगरा, 38वीं वाहिनी पीएसी अलीगढ़ व अन्य पुलिस मॉडर्न स्कूलों में विभिन्न कार्याें से जुड़े प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई। उत्तर प्रदेश पुलिस ने वर्ष 1994 में पुलिस शिक्षा समिति गठित कर अपने कर्मचारियों के स्वैच्छिक अंशदान से पुलिस मॉडर्न स्कूलों का संचालन शुरू किया था। वर्तमान में 31 विद्यालय संचालित हैं। इस समय प्रदेश में विभिन्न पीएसी वाहिनियों में 19, जिलों में 11 और एक विद्यालय पुलिस अकादमी मुरादाबाद में है।