Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP Rampur 36 Pakistani Citizens Waiting for Indian Citizenship after living here for years

सालों से यूपी में रह रहे हैं 36 पाकिस्तानी, आज भी है भारतीय नागरिकता का इंतजार

  • रामपुर में रह रहे 36 पाकिस्तानी सालों से भारत की नागरिकता का इंतजार कर रहे हैं। रामपुर के तमाम लोगों की पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में रिश्तेदारियां हैं। कई ने अपनी बेटियां पाकिस्तान में बिहा दीं तो कई ने पाकिस्तान की बेटी से निकाह कर उसे भारत ले आए।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान, वरिष्ठ संवाददाता, रामपुरSat, 18 Jan 2025 01:45 PM
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रामपुर में रह रहे 36 पाकिस्तानी सालों से भारत की नागरिकता का इंतजार कर रहे हैं। रामपुर के तमाम लोगों की पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में रिश्तेदारियां हैं। कई ने अपनी बेटियां पाकिस्तान में बिहा दीं तो कई ने पाकिस्तान की बेटी से निकाह कर उसे भारत ले आए। कुछेक मामले ऐसे भी हैं जिनमें बच्चे भी पाकिस्तानी नागरिक हैं। लेकिन, यहां अब उन्हें सालोंसाल हो गए हैं। 36 पाकिस्तानी नागरिक अब भारतीय नागरिकता चाहते हैं। सालों से कानूनी प्रक्रिया जारी है।

जानें लांग टर्म वीजा का नियम

लांग टर्म वीजा एक सीमित अवधि के लिए जारी किया जाता है। जिसकी समय सीमा पूरी होने से पहले या तो इसे बढ़वाने के लिए आवेदन किया जाता है, अन्यथा की स्थिति में मुल्क छोड़ना होता है। अब चूंकि, इन्हें सात साल से अधिक का समय यहां रहते हो गया है, लिहाजा ये सब भारतीय नागरिकता चाहते हैं।

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इन्होंने छोड़ी पाक की नागरिकता, पासपोर्ट किया जमा

बारादरी महमूद खां निवासी मुर्तजा हुसैन जैदी की पत्नी नुजहत जहरा, घेर सैफुद्दीन, थाना गंज निवासी अब्दुल बारी के पुत्र मोहम्मद इरशाद खां, घेर सलामत खां निवासी मुजफ्फर हुसैन की पत्नी सहाना परवीन, बजरिया छोटे मियां निवासी नसीर खां की पत्नी तस्लीम बी और अटरिया सैफुद्दीन निवासी राशिद मियां की पत्नी बुशरा ची ने पाकिस्तानी नागरिकता छोड़ दी है।

पाक की नागरिकता छुपा टीचर बनी महिला बर्खास्त
पाकिस्तान की नागरिकता छुपाकर फर्जी निवास प्रमाण पत्र के आधार पर टीचर बनी शुमायला खान उर्फ फुरकाना को बीएसए ने बर्खास्त किया है। बर्खास्त शिक्षिका के विरुद्ध फतेहगंज पश्चिमी थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई है। रामपुर की शुमायला वर्ष 2015 से फतेहगंज पश्चिमी के प्राइमरी स्कूल माधौपुर में तैनात थी। दो वर्ष पहले हिन्दुस्तान ने इस प्रकरण का खुलासा किया था। फतेहगंज पश्चिमी के खंड शिक्षा अधिकारी भानु प्रताप सिंह का कहना है कि शुमायला ने कूटरचित निवास प्रमाण पत्र के आधार पर सहायक अध्यापक की नियुक्ति प्राप्त की थी।

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