महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले में ढाई साल में लगीं 63 तारीखें, दो की गवाही नहीं हो सकी पूरी
महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या मामले की छह दिसंबर 2021 से सेशन कोर्ट में सुनवाई हो रही है। ढाई साल में 63 तारीखें लगीं हैं लेकिन दो की गवाही पूरी नहीं हो सकी है। अदालत ने 38 तारीखें आरोप तय करने के लिए दी थी।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या को कल तीन साल पूरे हो जाएंगे। 20 सितंबर 2021 को उन्होंने बाघम्बरी गद्दी स्थित अपने कमरे में आत्महत्या कर ली थी। तीन साल में उनकी आत्महत्या के जिम्मेदार लोगों को सजा मिलना तो दूर इस मामले में अभी दो अहम गवाहों की गवाही भी पूरी नहीं हो सकी है जबकि मुकदमे में ढाई साल में 63 तारीखें लग चुकी हैं। इनमें से 38 तारीख आरोप तय करने के लिए दी गई थी तो अब तक 25 तारीख गवाही के लिए दी जा चुकी हैं।
नरेंद्र गिरि की आत्महत्या के मामले में मुकदमे की कार्यवाही 6 दिसंबर 2021 से सेशन कोर्ट में शुरू हुई थी। ढाई साल से अधिक का वक्त गुजर चुका है। इस मामले में आरोपितों पर आरोप तय करने के लिए न्यायालय ने 38 तारीखें लगाईं तब जाकर आरोप तय हुए थे। अदालत में अब तक गवाही के लिए 25 तारीखें सीबीआई को दी जा चुकी हैं पर हालत यह है कि इन 25 तारीखों पर दो अहम गवाहों की गवाही भी पूरी नहीं की जा सकी है।
गवाहों की सूची में अभी दर्जनों नाम हैं, जिनकी गवाही होनी है। सीबीआई अपने ही गवाह को कोर्ट में पेश नहीं कर पा रही है। अदालत को उनकी गिरफ्तारी का वारंट जारी करना पड़ा, इसके बावजूद भी हाजिर न होने पर अदालत ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए गवाही का अवसर ही समाप्त कर दिया। इसके पश्चात सीबीआई ने दोबारा अर्जी दी, जिसे स्वीकार कर गवाही का अवसर दिया गया। मुकदमे की सुनवाई अब 24 सितंबर को अपर सत्र न्यायाधीश अंजू कनौजिया की अदालत में होनी है।
महंत की मौत एक नजर में
मौत हुई: 20 सितंबर 2021
मुकदमा दर्ज हुआ: सितंबर 2021 थाना जार्जटाउन
विवेचना: पहले एसआईटी फिर सीबीआई
आरोप पत्र दाखिल हुआ: नवंबर 2021
कोर्ट में आरोप बना: 23 जून 2023
आरोपित: महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि उर्फ अशोक कुमार चोटिया, आद्या प्रसाद तिवारी तथा संदीप तिवारी। तीनों आरोपित चित्रकूट जेल में बंद हैं।
सुनवाई अब कितनों ने की: हरेंद्र नाथ तत्कालीन सीजेएम, सेशन जज संतोष राय, अपर सेशन जज रामप्रताप सिंह राणा तथा अंजू कनौजिया।
कुल तारीखों की संख्या: 68
आरोप के लिए तारीखों की संख्या: 38
अब तक साक्ष्य की तारीखों की संख्या: 25
अब तक पेश गवाह: रविन्द्रपुरी,अमरगिरि