महाकुंभ में बसंत पंचमी शाही स्नान को लेकर अलर्ट, साफ-सफाई से लेकर सुरक्षा के इंतजाम
- महाकुम्भ के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर उमड़ी भीड़ को देखते हुए नगर निगम ने अब वसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा स्नान पर्व के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
महाकुम्भ के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर उमड़ी भीड़ को देखते हुए नगर निगम ने अब वसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा स्नान पर्व के लिए तैयारी शुरू कर दी है। दोनों स्नान पर्वो को लेकर नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने शुक्रवार शाम नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की। नगर आयुक्त ने सभी अधिकारियों को दोनों स्नान पर्वो के लिए अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया। दोनों स्नान पर्वो पर आने वाली संभावित भीड़ को देखते हुए नगर आयुक्त ने बैठक में होल्डिग एरिया और टॉयलेट बढ़ाने का निर्देश दिया है।
नगर आयुक्त ने कहा कि मौनी अमावस्या पर तीन दिन अबतक का सबसे अधिक कूड़ा शहर में निकला। पर्व पर शहर को साफ-सुथरा रखने में नगर निगम सफल रहा। अब वसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा स्नान पर्व आगे की चुनौती है। नगर आयुक्त ने कहा कि आगामी दोनों स्नान पर्वो पर भारी भीड़ आएगी। इसके लिए टॉयलेट की संख्या बढ़ानी पड़ेगी। होल्डिग एरिया भी बढ़ाना होगा।
श्रद्धालुओं को सभी घाटों पर स्नान के लिए करें प्रेरित
निर्देश दिया कि अपने-अपने सेक्टरों में जहां भी साइनेज की कमी है, उसका आकलन कर तुरंत लगवा लें। श्रद्धालुओं को सभी घाटों पर स्नान करने के लिए प्रेरित करें, जिससे कि किसी एक घाट पर अत्यधिक दबाव न आए। इस दौरान सफाई की कमी भी सामने आई। जिस पर राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने अफसरों को काफी देर तक समझाया कि कैसे और क्या करना है। कार्यशाला में एडीजी जोन भानु भास्कर, पुलिस आयुक्त तरुण गाबा, पुलिस महानिरीक्षक प्रेम गौतम, मेलाधिकारी विजय किरन आनंद, एमडी यूपीएसआरटीसी मासूम अली सर्वर आदि मौजूद रहे।
आज से शुरू करें वसंत स्नान की तैयारी
कार्यशाला में बताया गया कि वसंत पंचमी का स्नान दो फरवरी से ही शुरू हो जाएगा। सभी सम्बंधित अधिकारी एक फरवरी से ही यह मान कर तैयारी कर लें कि भारी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। जिन मार्गो पर भीड़ अत्यधिक होने की संभावना है अथवा पूर्व स्नान पर्वो में अत्यधिक भीड़ थी उनका आकलन कर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित कराएं। वरिष्ठ अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि शासन की मंशा के श्रद्धालुओं से सदव्यवहार करें और अगर कोई माहौल बिगाड़ने की कोशिश करता है तो उससे सख्ती से निपटें।