भविष्य की राह दिखाने को महाकुंभ में होगा समागम, ढाई लाख युवाओं को मिलेगा सफलता का मंत्र
प्रयागराज में संगम की रेती पर होने जा रहे महाकुम्भ में युवाओं पर केंद्रित एक ऐसा समागम होगा जिसमें ढाई लाख युवाओं को ना केवल भविष्य की राह दिखाई जाएगी बल्कि उनमें आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर जीवन जीने की प्रवृत्ति को भी विकसित किया जाएगा।
प्रयागराज में संगम की रेती पर होने जा रहे महाकुम्भ में युवाओं पर केंद्रित एक ऐसा समागम होगा जिसमें ढाई लाख युवाओं को ना केवल भविष्य की राह दिखाई जाएगी बल्कि उनमें आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर जीवन जीने की प्रवृत्ति को भी विकसित किया जाएगा। यह आयोजन साधना श्री कुटुंब संस्था की ओर से प्रमुख संरक्षक प्रेम भूषण के शिविर में किया जाएगा। महाकुम्भ के दौरान समागम दस जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा। इस समागम में शामिल होने के लिए उत्तर भारत के केंद्रीय विश्वविद्यालयों से स्नातक व परास्नातक कर रहे ढाई लाख युवाओं को आमंत्रित किया जाएगा। इसके लिए संस्था के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद पांडेय की अगुवाई में टीम विश्वविद्यालयों में जाकर रजिस्ट्रेशन करने का कार्य शुरू कर चुकी है।
समागम की अवधि में आने वाले युवाओं को रहने, खाने व आवासीय सुविधा शिविर में निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। समागम में देश के जानी मानी शख्सियतों को व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया जाएगा। जिसमें लोकसभा के स्पीकर, दस प्रदेशों के राज्यपाल, विश्वविद्यालयों के अलग अलग विषयों के प्रोफेसर व यूपीएससी के कई पूर्व अध्यक्ष व सदस्यों को मिलाकर कुल 14 सदस्यों का अलग-अलग सत्रों में व्याख्यान होगा। आध्यात्मिक सत्र के दौरान प्रख्यात कथावाचक मोरारी बापू, स्वामी अवधेशानंद गिरि, आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक रवि शंकर, धीरेंद्र शाखी व जग्गी वासुदेव सहित कई संत को आमंत्रित किया जाएगा।
सीएम करेंगे समागम शहरियों और ग्रामीणों के लिए रोजगार का खजाना का उद्घाटन
संस्था प्रमुख डॉ. शिवम भूषण ने बताया कि समागम का उद्घाटन दस जनवरी को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से कराया जाएगा। इस समागम की परिकल्पना संस्था के प्रमुख संरक्षक प्रेम भूषण की है। संस्था के पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाने वाले युवाओं को ही प्रवेश दिया जाएगा।
शहरियों और ग्रामीणों के लिए रोजगार का खजाना
महाकुम्भ श्रमिकों के लिए भी रोजगार का एक बड़ा अवसर साबित होने जा रहा है। प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुम्भ में 25 हडार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। महापर्व के दौरान विभिन्न कार्यों में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के श्रमिकों को रोजगार देने की तैयारी है। जिला नगरीय विकास अभिकरण और श्रम विभाग की इसमें अधिक सहभागिता है। श्रम विभाग 25 हजार श्रमिकों को रोजगार देने की कोशिश में है।
इसी प्रकार जिला नगरीय विकास अभिकरण और पर्यटन विभाग भी रोजगार देंगे। जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) परियोजना अधिकारी प्रतिभा श्रीवास्तव ने बताया कि 1100 से अधिक स्किल्ड और अन स्किल्ड श्रमिकों को अस्थाई रोजगार दिया जा रहा है। उप अमायुक्त राजेश मिश्रा बताते हैं कि महाकुम्भ की तैयारियों में 25 हजार से अधिक श्रमिकों को काम दिया जाएगा। श्रम विभाग में इन श्रमिकों का पंजीयन कराया गया है।