तीन शहरों में रिंग रोड बनाने के लक्ष्य को पाना चुनौती, प्रयागराज-अयोध्या-वाराणसी में काम तेज
यूपी के तीन धार्मिक शहरों में रिंग रोड व बाईपास बनाने के लक्ष्य को पाना चुनौती बन रहा है। महाकुंभ को देखते हुए प्रयागराज रिंग रोड के काम पर केंद्र व प्रदेश दोनों की नजरें हैं। वाराणसी रिंग रोड फेज टू का काम भी तय समय में पूरा करने का दबाव है।
अगले पांच महीने में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सामने प्रयागराज व वाराणसी रिंग रोड का काम तथा अयोध्या बाईपास का काम पूरा करने की बड़ी चुनौती है। प्रदेश के इन तीनों धार्मिक महत्व के शहरों को जाम से मुक्त कराने के लिए रिंग रोड व बाईपास का काम तय समय से पूरा करने पर जोर केंद्र और प्रदेश सरकार दोनों का है। खासकर प्रयागराज रिंग रोड का काम जल्द से जल्द पूरा करना महाकुंभ से पहले बहुत जरूरी है। वाराणसी, प्रयागराज व अयोध्या जैसे धार्मिक शहरों में वाहनों का दबाव शहर के अंदर कम करने और श्रद्धालुओं को सुगम यातायात मुहैया कराने की योजना केंद्र व प्रदेश सरकार दोनों की प्राथमिकता में है।
वाराणसी रिंग रोड फेज-एक का काम पूरा होने से बहुत राहत मिली है। फेज-टू का काम तेजी से चल रहा है। अयोध्या में बाईपास का काम 50 फीसदी से अधिक पूरा हो चुका है। अयोध्या में रिंग रोड बनाने का काम भी कैबिनेट से मंजूर हो चुका है। यह दोनों काम पूरा हो जाने पर अयोध्या में यातायात काफी सुगम हो जाएगा। प्रयागराज रिंग रोड का काम कुंभ के नजरिए से अहम बना हुआ है। करीब दो माह पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज रिंग रोड का काम कुंभ से पहले पूरा कराने का अनुरोध किया था।
यूपी के 13 में से सिर्फ लखनऊ रिंग रोड का काम पूरा
मौजूदा समय में यूपी के 13 मंडल मुख्यालयों में यातायात सुगम करने के लिए रिंग रोड बनाने का काम चल रहा है अथवा डीपीआर के स्तर पर है। इनमें से एकमात्र लखनऊ रिंग रोड का काम पूरा हो सका है। गोरखपुर और कानपुर रिंग रोड का काम तेजी से चल रहा है। आगरा, चित्रकूट, मेरठ तथा प्रयागराज रिंग रोड का काम चल रहा है, कुछ हिस्से में काम पूरा हो गया है।
अयोध्या रिंग रोड बनाने को कैबिनेट से मंजूरी
बस्ती में रिंग रोड बनाने का काम स्वीकृत करने के साथ ही कार्य शुरू करने का आदेश जारी किया जा चुका है। अयोध्या में रिंग रोड बनाने के काम को कैबिनेट से मंजूरी मिल चुकी है। बरेली में दक्षिणी हिस्से के लिए डीपीआर का काम चल रहा है। आजमगढ़ में उत्तरी हिस्से में रिंग रोड बनाने का काम शुरू हो गया है। मुरादाबाद में भी उत्तरी रिंग रोड का काम चल रहा है।
इन पांच मंडल मुख्यालयों के लिए भी है रिंग रोड की मांग
वहीं अभी तक अलीगढ़, देवीपाटन, झांसी, मिर्जापुर तथा सहारनपुर मंडल मुख्यालय पर भी रिंग रोड की कोई योजना नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके लिए भारत सरकार से मांग की है।
-प्रयागराज (गंगा सेतु व वायाडक्ट छोड़कर)
लक्षित तिथि- 31 दिसंबर 2024 तक
भौतिक तिथि- पैकेज टू (35%) पैकेज थ्री (12%)
वित्तीय प्रगति- पैकेज टू (56%) पैकेज थ्री (6.5%)
-वाराणसी रिंग रोड फेज-टू
लक्षित तिथि- फरवरी 2025 तक
भौतिक प्रगति- 86.20 फीसदी
वित्तीय प्रगति- 84.76
-अयोध्या बाईपास का सुदृढ़ीकरण कार्य
लक्षित तिथि- 08 मार्च 2025
भौतिक प्रगति- 50 फीसदी
वित्तीय प्रगति- 40 फीसदी