पुलिस भर्ती बोर्ड का फुल प्रूफ प्लान सफल रहा, पेपर लीक के बिना पहले दिन की परीक्षा पूरी
पेपर लीक और सॉल्वर या चीटिंग से बचने का यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड का फुल प्रूफ प्लान सफल रहा। पहले दिन की परीक्षा पूरी हो गई। अंतिम समय तक पासवर्ड किसी को नहीं दिये गये। कई सेटों में पर्चे भेजे गये। यहां तक कि बोर्ड के अफसर भी नहीं जान सके कौन सा सेट खुलेगा।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने पिछली बार पर्चा लीक होने से सबक लेते हुए इस बार कई तरह की नया प्लान बनाया था। तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के साथ पर्चे प्रिन्टिंग प्रेस से परीक्षा केन्द्रों तक भेजे गये। गाड़ियों के केन्द्र तक पहुंचने और उसमें से पर्चा निकालने तक के लिये कोडिग की गई थी। इसी तरह से कई गोपनीय प्लान थे, जिनके बारे में तीन-चार अफसरों को ही पता था। यहां तक कि पर्चा खुलने तक बोर्ड के अफसरों को भी नहीं पता था कि कौन सा सेट किस परीक्षा केन्द्र पर खुलेगा।
भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण अपनी टीम के साथ 20 दिन से पर्चा केन्द्र तक पहुंचाने की व्यवस्था में लगे रहे थे। दो दिन पहले से ही सभी जिलों के एसपी व पुलिस लाइन के आरआई सम्पर्क में बने रहे। सबसे बड़ी जिम्मेदारी परीक्षा केन्द्रों तक सकुशल पर्चा पहुंचाने और फिर परीक्षा की हर तारीख की सुबह पर्चा खुलने की थी। 23 अगस्त को परीक्षा के पहले दिन सब कुछ सही मिलने पर भर्ती बोर्ड के अफसरों के साथ पुलिस मुख्यालय और जिलों के पुलिस अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। हालांकि यह परीक्षा 24, 25, 30 व 31 अगस्तकोभीहोनीहै।
सख्ती सिपाही भर्ती परीक्षा में सेंधमारी की कोशिश नाकाम
सरकार के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी सिपाही भर्ती परीक्षा पहले दिन शुक्रवार को सकुशल सम्पन्न हो गई। पर्चा लीक करने का प्रयास किया गया लेकिन चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था की वजह से ऐसा नहीं हो सका। परीक्षा पहले दिन की दोनों पालियों में करीब 30 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। 67 जिलों के 1174 परीक्षा केन्द्रों में 61 अभ्यर्थी संदिग्ध पाये गये। इनके बारे में पूरा ब्योरा जुटाया जा रहा है। आगरा, महाराजगंज, रायबरेली से एक-एक और गोरखपुर से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं मुजफ्फरनगर में लापरवाही बरतने पर चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। शनिवार को भर्ती परीक्षा कादूसराचरणहोगा।