पीलीभीत में बाघ का आतंक! गन्ने के खेत में किसान पर हमला, शोर सुन घायल कर भागा
पीलीभीत के पूरनपुर में मवेशियों के लिए चारा लेने गए मजदूर पर बाघ ने हमला कर दिया। शोर सुनकर पड़ोस के खेतों मे काम कर रहे कई ग्रामीण पहुंच गए। तभी बाघ मजदूर को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। घायल को उपचार के लिए पलिया में भर्ती कराया गया।
पीलीभीत के पूरनपुर में मवेशियों के लिए चारा लेने गए मजदूर पर बाघ ने हमला कर दिया। शोर सुनकर पड़ोस के खेतों मे काम कर रहे कई ग्रामीण पहुंच गए। तभी बाघ मजदूर को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। घायल को उपचार के लिए पलिया में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर रेफर कर दिया गया। सूचना पर भी वन विभाग के अफसरों के न पहुंचने से ग्रामीणों में नाराजगी देखी जा रही है। भय के चलते किसान खेतों की तरफ जाने से कतराने लगे हैं।
पूरनपुर तहसील के हजारा थाना क्षेत्र के अधिकांश गांव जंगल से सटे हुए है। यह जंगल लखीमपुर खीरी के संपूर्णानगर क्षेत्र में आता है। नहरोसा निवासी इसरार पुत्र बंदा शाह गांव के ही तबारक पुत्र मुबारिक के फार्म हाउस पर मजदूरी करता है। बुधवार को सुबह 7 बजे वह फार्म हाउस से लगभग 500 मीटर दूरी पर स्थिति गन्ने के खेत से मवेशियों के लिए चारा लेने गया था। तभी बाघ ने उनपर हमला कर दिया। उपचार के लिए पलिया के अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना संपूर्णानगर वन विभाग को दी। काफी देर तक वन विभाग का कोई भी अधिकारी एवं कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। कुछ देर बाद रेंजर अनिल कुमार ने टीम के साथ मौके पर पगमार्क देख बाघ होने की पुष्टि की है।
आजाद के पहुंचने से बची जान मजदूर जब गन्ने के खेत में भी चारा काट रहा था तो वहां छुपे बाघ ने पीछे से हमला कर दिया। इससे ग्रामीण की पीठ, गर्दन साहित शरीर के अन्य हिस्सों में चोट के निशान भी देखे जा रहे हैं। चीखने की आवाज सुनकर इधर से गुजर आजाद ने शोर मचाना शुरू कर दिया। तभी कई राहगीर और ग्रामीण पहुंच गए। इसके बाद बाघ मजदूर कोछोड़करभागगया।
रेंजर संपूर्णा नगर, अनिल कुमार ने कहा कि गन्ने की पत्ती तोड़ते समय बाघ ने ग्रामीण हमला किया है। वहां बाघ के पग चिन्ह मिले हैं। स्टाफ को निगरानी को लगाया गया है। लोगों को जागरुक एवं सतर्कता बरतने को कहा है। ग्रामीण अकेले खेतों पर न जाए।