गाड़ी में अल्ट्रासाउंड की मशीन रख लिंग जांच कर रही गैंग का भंडाफोड़, 2 गिरफ्तार
मथुरा के फरह में एक गाड़ी में अल्ट्रासाउंड मशीन लगाकर भ्रूण लिंग परीक्षण करने के मामले का भंडाफोड़ हुआ है। हरियाणा टास्क फोर्स गुरुग्राम से पीछा करते हुए फरह पहुंची थी। पुलिस ने महिला समेत दो लोग गिरफ्तार किए हैं, जबकि दो अन्य फरार हैं।
मथुरा के फरह में एक गाड़ी में अल्ट्रासाउंड मशीन लगाकर भ्रूण लिंग परीक्षण करने के मामले का भंडाफोड़ हुआ है। हरियाणा टास्क फोर्स गुरुग्राम से पीछा करते हुए फरह पहुंची थी। पुलिस ने महिला समेत दो लोग गिरफ्तार किए हैं, जबकि दो अन्य फरार हैं। से बताया गया कि पिछले कुछ समय हरियाणा के कुछ लोग एक गाड़ी में अल्ट्रासाउंड मशीन लगाकर फरह क्षेत्र में आ रहे थे। फोन पर ही बुकिंग होने के बाद सप्ताह में एक दिन फरह क्षेत्र में आकर गुप्त स्थान पर ये लोग लिंग जांच करते थे।
इस सूचना पर हरियाणा की टास्क फोर्स ने जाल बिछाकर शनिवार को गाड़ी व एक महिला सहित चार लोगों को घेरा, इनमें दो लोग फरार हो गए। उस वक्त गैंग के लोग ग्राहक का इंतजार कर रहे थे। फरह एसओ ने बताया कि एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है। स्वास्थ्य विभाग की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया है।
सौ से ज्यादा महिलाओं का किया भ्रूण परीक्षण
भ्रूण लिंग परीक्षण मामले में पकड़े गए व्यक्ति ने पूछताछ में बताया है कि वे लोग अब तक 100 महिलाओं के गर्भ में भ्रूण लिंग परीक्षण कर चुके हैं। इस मामले में एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम को देखकर दो लोग कार में बैठकर भाग निकले। यह लोग बुकिंग करने के बाद अलग-अलग जगह ले जाकर भ्रूण लिंग परीक्षण करते थे। शनिवार को जो मामला पकड़ा गया है। पीछा टीम द्वारा गुड़गांव से किया गया और अंत में फरह के पास आकर उसका इन्हें पकड़ लिया गया।
गुड़गांव में मिली थी सूचना
जानकारी के अनुसार सिविल सर्जन गुरुग्राम को सूचना मिली कि नोएड का एक दलाल जिसका नाम रविन्द्र है, वहां से गर्भवती महिलाओं की उनके गर्भ में पल रहे बच्चो की लिंग जांच करने के लिए उन्हें मथुरा, आगरा लेकर जाता है और इस अवैध कार्य के लिए वह 15000/- से 20,000/- रुपये वसूलता है। जिला समुचित प्राधिकरण गुरुग्राम ने जांच को डा. सुमित धनक नोडल पीसीपीएनडीटी गुरुताम व डा. रवि दलाल मेडिकल अफिसर को पत्र द्वारा अधिकृत किया।
नकली ग्राहक बनाए गए
टीम ने नकली ग्राहक के तौर पर सृष्टि द्विवेदी पत्नी आशीष निश्रा को तैयार किया और उसका नकली पति के तौर पर संजय गुप्ता को बनाया। उनकी बात रविन्द के फोन पर लिंग जांच करवाने के लिये करवाई। जिसके बाद रविन्द्र ने लिग जांच का सौदा 15,000/- रुपये में तय कर लिया और संजय गुप्ता व सृष्टि को विशाल इंटरनेशनल स्कूल के नजदीक संजय गुप्ता व सृष्टि को 15000/-रु. नंबर नोट करके देकर रविन्द्र से मिलने के लिये भेजा। कुछ देर बाद रविन्द्र इनसे आकर मिला और सृष्टि व संजय गुप्ता की टैक्सी कार में बैठ उन्हें एक्सप्रेस-हाइवे से होता हुआ मथुरा की ओर चल दिया।
अल्ट्रासाउंड के लिए ले गए घर में
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार विरेन्द्र के मकान में ले जाकर अपने साथ लाये अल्ट्रासाउंड मशीन द्वारा सृष्टि का लिंग जांच के लिए अल्ट्रासांउड किया।