जातीय हिंसा में मरने वालों के घर पहुंची यूपी पुलिस, परिजनों को दिए दिवाली के उपहार
लखीमपुर में दोहरे हत्याकांड में जान गंवाने वालों के घर पहुंची पुलिस ने परिजनों को सांत्वना और दीवाली के उपहार दिए। लखीमपुर में 2 अगस्त को भीरा थाना क्षेत्र के रड़ा देवरिया गांव में हुए दोहरे हत्याकांड में जान गंवाने वाले लोगों के परीजनों से मिलने छोटी दीवाली पर पुलिस पहुंची।
लखीमपुर में दोहरे हत्याकांड में जान गंवाने वालों के घर पहुंची पुलिस ने परिजनों को सांत्वना और दीवाली के उपहार दिए। लखीमपुर में 2 अगस्त को भीरा थाना क्षेत्र के रड़ा देवरिया गांव में हुए दोहरे हत्याकांड में जान गंवाने वाले लोगों के परीजनों से मिलने छोटी दीवाली पर पुलिस पहुंची। भीरा पुलिस ने उनके परिजनों को ढांढस बंधाया। साथ ही दिवाली का उपहार भी दिया। पुलिस ने परिजनों से मुलाकात की और उपहार देकर लौटी।
बता दें कि 2 अगस्त को इस गांव में दो जातीय गुटों के बीच हिंसा हुई थी। जिसमें एक पक्ष के दो लोगों की जान चली गयी थी। भीरा थानाध्यक्ष पुष्पराज कुशवाहा बुधवार रात छोटी दीवाली के अवसर पर देवरिया में दोहरे हत्याकांड में जान गंवाने वाले गुड्डू सिंह के घर पहुंचे और मृतक के पिता रामदेव सिंह से मुलाकात कर उन्हें फल, मिठाई, कपड़े और नगद आर्थिक मदद की। एसओ पुष्पराज कुशवाहा ने बताया कि दीवाली खुशियों का त्यौहार है। उन्होंने इसके अलावा अन्य कई गरीब बस्तियों में पहुंचकर गरीब परिवारों को दीपक और मिठाई वितरित किए। इसके बाद बच्चों को कपड़े, चॉकलेट और फुलझड़ी आदि दी।
पुलिस का कहना है कि दिवाली पर कई संस्थाएं हैं जो गरीबों और अन्य जरूरतमंदों की मदद करती हैं। ऐसे में पुलिस ने अपने स्तर पर भी एक छोटी सी कोशिश की है और मरने वालों के परिवार वालों को दिवाली की खुशी बांटी हैं। बच्चों को कपड़े और चॉकलेट दी तो वे खुश हो गए और उनकी खुशी में सभी खुश थे। वहीं परिवारों ने भी अपने गम भुलाकर कुछ देर खुश होने की कोशिश की।