आयकर विभाग खंगालेगा साइबर ठगों की आय, पुलिस से मांगा ब्योरा, जेल में होगी जांच
आयकर विभाग साइबर ठगों के आय को खंगालेगा। इनकम टैक्स ने पुलिस से साइबर ठगों का ब्योरा मांगा है, जिन मामलों में नकदी बरामद हुई है। अलीगढ़ में पहली बार ऐसा होने जा रहा है। आईटी एक्ट के तहत गिरफ्तार आरोपियों से जेल में इंवेस्टीगेशन विंग के अफसर पूछताछ करेंगे।
आयकर विभाग साइबर ठगों के इनकम की कुंडली खंगालेगा। इनकम टैक्स ने पुलिस से साइबर ठगों का ब्योरा मांगा है, जिन मामलों में नकदी बरामद हुई है। अलीगढ़ में पहली बार ऐसा होने जा रहा है, जिसमें आयकर विभाग टैक्स के नजरिए से जांच करेगा। आईटी एक्ट के तहत गिरफ्तार आरोपियों से जेल में इंवेस्टीगेशन विंग के अफसर पूछताछ करेंगे। इनकम का स्त्रोत पूछेंगे। आय का जरिया नहीं बता पाएंगे तो वह अघोषित आय घोषित होगी।
अलीगढ़ पुलिस ने 29 जुलाई 2024 को अंतर्राज्यीय साइबर ठग गिरोह के तीन शातिरों को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से 19 लाख रुपये बरामद हुए थे। गिरफ्तार आरोपियों में एक अलीगढ़, दूसरा दिल्ली व और तीसरा महाराष्ट्र का है। सिविल लाइन पुलिस ने कैश बरामदगी के बाद इनकम टैक्स को सूचना दी थी। इन आरोपियों ने पांच छह करोड़ रुपये का चूना 150 से से अधिक लोगों को लगाया है। अलीगढ़ में ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी साइबर ठगी के मामले में आरोपियों की आयकर विभाग जांच कर रहा हो।
जिनके खातों से पैसा आया उनको भी मिलेगा नोटिसःखास बात यह है कि साइबर ठगों ने जिन व्यक्तियों के खातों से पैसा पार किया है वह भी जांच के दायरे में आएंगे। आयकर विभाग उनसे भी आय का स्त्रोत पूछेगा कि पैसा कहां से आया। ऐसे व्यक्ति जो रिटर्न फाइल करते होंगे तो उनके रिटर्न से मिलान किया जाएगा। अगर रिटर्न नहीं दाखिल करते होंगे तो उनसे भी टैक्स वसूल किया जाएगा।
एसएसपी को पत्र भेजकर मांगा ब्योरा
19 लाख कैश बरामद होने के बाद आयकर विभाग ने आईटी एक्ट के तहत साइबर ठगों के इनकम की जांच की तैयारी शुरू कर दी है। आयकर विभाग इंवेस्टीगेशन विंग ने अलीगढ़ एसएसपी को पत्र जारी कर साइबरं ठगों की ब्योरा मांगा है। 19 लाख रुपये कैश अभी पुलिस कस्टडी में है। जांच के बाद यह कैश इनकम टैक्स के केंद्रीय खाते में जमा होगा।
शातिरों के बैंक खाते से लेकर प्रॉपर्टी की होगी जांच
साइबर ठगी करने वाले तीनों शातिरों पर पुलिस की कार्रवाई के साथ आईटी की भी कार्रवाई चलेगी। आयकर विभाग तीनों आरोपियों के बैंक खाते, चल, अचल संपत्ति की जांच करेगा। इंवेस्टीगेशन विंग बैंक तीनों के सभी खातों का स्टेटमेंट निकलवाएगी। खातों में आई रकम की पड़ताल होगी। आरोपियों से पूछताछ के लिए आगरा से अनुमति ली जाएगी। इसके बाद जेल में पूछताछ होगी। नकदी कहां से इसका स्रोत साबित नहीं कर पाएंगे तो यह अघोषित आय घोषित की जाएगी
केस तैयार कर संबंधित रेंज को भेजा जाएगा
उप निदेशक अन्वेषण आयकर विभाग एके सिंह ने बताया कि साइबर ठगी के आरोपियों का ब्योरा एसएसपी को पत्र भेजकर मांगां गया है। 19 लाख रुपये कैश बरामद हुआ था। इंवेस्टीगेशन विंग की कार्रवाई शुरू होने के बाद नकदी इनकम टैक्स के केंद्रीय खाते में जमा कराई जाएगी। तीनों के बैंक खातों की जांच होगी। आय का स्रोत नहीं साबित कर पाएंगे तो अघोषित आय साबित होगी। तीनों के पैन नंबर के आधार पर केस तैयार करके संबंधित रेंज को भेजा जाएगा।