जेल में हुए सुंदरकांड पाठ का चीफ गेस्ट बना हिस्ट्रीशीटर, वीआईपी की तरह हुआ स्वागत
आगरा की जिला जेल में सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में चर्चित हिस्ट्रीशीटर मनोज अग्रवाल चीफ गेस्ट के तौर पर पहुंचा। वीआईपी की तरह उसका स्वागत हुआ। जेल अधीक्षक के साथ उसका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
कुख्यातों और हिस्ट्रीशीटर के साथ आये दिन अफसरों एवं नेताओं के फोटो वायरल हो रहे हैं। जिस जेल की सलाखों के पीछे कभी उनको भेजा गया, आजकल वहां अतिथि भी बनने लगे हैं। ताजा मामला आगरा के चर्चित हिस्ट्रीशीटर मनोज अग्रवाल का है। राजनीतिक दलों और पुलिसवालों से इनकी करीबी जगजाहिर है। हाल में आगरा जिला जेल के एक कार्यक्रम में जेल अधीक्षक के संग उनका चित्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जिला जेल में सात अगस्त को हरियाली तीज पर सुंदरकांड के पाठ का आयोजन हुआ था। कार्यक्रम भारतीय हिन्दू सेवा संस्था द्वारा आयोजित किया गया था। हिस्ट्रीशीटर मनोज अग्रवाल अपने आपको इस संस्था का प्रदेश अध्यक्ष बताता है। आयोजकों ने हिस्ट्रीशीटर को कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया था। वायरल फोटो में जेल अधीक्षक कार्यक्रम का दीप जलाकर शुभारंभ करते नजर आ रहे हैं। उनके साथ हिस्ट्रीशीटर भी खड़ा दिखाई दे रहा है।
बताया जाता है कि वह कई दलों के नेताओं के काफी नजदीक है। पुलिस वालों से आगे बढ़कर दोस्ती करता है। इस संबंध में जिला जेल अधीक्षक हरिओम शर्मा का कहना है कि उन्हें उसके आपराधिक इतिहास में बारे में जानकारी नहीं थी। जेल में सुन्दरकांड का कार्यक्रम था, वह आयोजकों के साथ आया था।
रंगबाजी से लोगों से करता था वसूली
मनोज अग्रवाल की हिस्ट्रीशीट छोटी मोटी नहीं है। परिवार से संबंधित मामले हैं। प्रॉपर्टी बेचने में बात से मुकरने के आरोप हैं। काम कराने के नाम पर मोटी रकम ऐंठने के आरोप हैं। रंगबाजी कर लोगों से वसूली करने के भी कई आरोप हैं। इन आरोपों के चलते राजनीतिक आकाओं ने पार्टी से निकाल दिया। एक समय ऐसा भी था जब सताधारी दलों में उसकी तूती बोलती थी। लेकिन अपनी हरकतों के कारण बाहर निकाल दिया गया।
पुलिस अफसर और एसओ भी न बच सके
यह पहला मामला नहीं है। जुलाई में निबोहरा थाना के तत्कालीन अध्यक्ष मोहित शर्मा के खिलाफ ऐसे ही मामले में कार्रवाई हो चुकी है। मोहित शर्मा का हिस्ट्रीशीटर से माला पहनते सोशल मीडिया पर फोटो वायरल हुआ था। यह जानकारी भी चर्चित हुई थी कि हिस्ट्रीशीटर पूर्व थाना प्रभारी के विदाई समारोह में पहुंचा था। इधर, मनोज अग्रवाल का सोशल मीडिया अकाउंट देखकर पुलिस के होश उड गए थे।
असल में पिछले दिनों मनोज अग्रवाल के सोशल मीडिया अकाउंट पर कमिश्नरेट के कई थानों प्रभारियों के साथ फोटो थे। उनको देखकर हडकंप मचा और आनन-फानन में उसे बुलाकर फोटो डिलीट कराए गए थे। उस समय तक कुछ लोगों ने फोटो सेव कर लिए थे। जो वायरल भी हुए थे। मनोज का एक फोटो एक बड़े पुलिस अधिकारी को बुके देते हुए भी चर्चित हुआ था।