Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP government will establish new religious city by combining Sangam and Kashi many facilities will be available

संगम और काशी को मिलाकर नई धार्मिक नगरी बसाएगी यूपी सरकार, नॉलेज पार्क के साथ मिलेंगी कई सुविधाएं

  • नीति आयोग के सुझाव पर यूपी सरकार वाराणसी- प्रयागराज योजना क्षेत्र विकसित करने जा रही है। संगम और काशी दोनों धार्मिक नगरी है। इसीलिए यह धार्मिक नगरी के रूप में भी मानते हुए विकसित किया जाएगा।

Dinesh Rathour हिन्दुस्तान, लखनऊ, विशेष संवाददाताMon, 13 Jan 2025 07:18 PM
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नीति आयोग के सुझाव पर यूपी सरकार वाराणसी- प्रयागराज योजना क्षेत्र विकसित करने जा रही है। संगम और काशी दोनों धार्मिक नगरी है। इसीलिए यह धार्मिक नगरी के रूप में भी मानते हुए विकसित किया जाएगा। सरकार का मानना है कि इसके विकसित होने से औद्योगिक, नॉलेज पार्क के साथ ही अन्य जरूरी सुविधाएं लोगों को मिलेंगी और रोजगार के नए द्वार खुलने के साथ लोगों का पलायन भी रुकेगा। इसमें कुल सात जिलों को शामिल करने की योजना है, जिसका दायरा 22393 वर्ग किलो मीटर होगा।

तेजी से बढ़ेगी अर्थव्यवस्था

नीति आयोग ने 2047 तक भारत को 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के आर्थिक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ग्रोथ हब प्रोजेक्ट के तहत योजनाबद्ध तरीके से शहरी क्षेत्रों को विकसित करने के लिए देश के चार विकास केंद्र का प्रस्ताव दिया है। इसमें वाराणसी एक प्रमुख केंद्र है। नीति आयोग द्वारा विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है। इसके तहत वाराणसी-प्रयागराज क्षेत्रीय प्राधिकरण गठन की संस्तुति की गई है। वाराणसी-प्रयागराज आर्थिक क्षेत्र पूर्वांचल यूपी के इन जिलों में 22.8 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है, इसमें 2 करोड़ 37 लाख 73 हजार 643 आबादी है। राज्य सरकार वर्ष 2028-29 तक वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने की योजना है। नया जोन बनने से आर्थिक गतिविधियां तेजी से बढ़ेंगी और यहां रहने वालों के लिए रोजगार के नए द्वार खुलेंगे।

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धार्मिक क्षेत्र होने का मिलेगा फायदा

काशी और प्रयागराज धार्मिक नगरीय होने का काफी फायदा मिलेगा। वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के साथ ही सारनाथ है। गाजीपुर में गंगा उत्तरवाहिनी हैं। प्रयागराज में संगम होने के साथ ही इसके आसपास धार्मिक क्षेत्र है। इसीलिए माना जा रहा है कि वाराणसी-प्रयागराज नया क्षेत्र बनाए जाने पर इन क्षेत्रों में धार्मिक उद्योग, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा तो मिलेगा ही साथ ही नए कॉलेज, धार्मिक उपयोगों से जुड़े छोटे और बड़े उद्योग तो लगेंगे ही साथ में प्रयागराज से वाराणसी के बीच जलमार्ग का उपयोग कर कारोबार को बढ़ाया जा सकेगा।

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मुख्यमंत्री के यहां हुआ प्रस्तुतीकरण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यहां वाराणसी-प्रयागराज योजना क्षेत्र बनाने के प्रारूप का प्रस्तुतीकरण किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने आवास विभाग के अधिकारियों को सुझाव दिया है कि इसे बेहतर तरीके से विकसित किया जाए। वाराणसी और प्रयागराज दोनों धार्मिक नगरी हैं। इसके आसपास भी धार्मिक नगरी हैं। इसीलिए इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। इसलिए इसके गठन के प्ररूप का विस्तृत अध्ययन करते हुए इसे काफी उपयोगी बनाया जाए। इसे विकसित करने के लिए ऐसी योजनाएं तैयार की जाएं, जिससे यहां आने वाले इसका पूरी तरह से फायदा उठा सकें और उद्योगों व प्रतिष्ठानों से अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके।

वाराणसी-प्रयागराज योजना क्षेत्र में शामिल जिले और दायरा

जिलेजनसंख्याक्षेत्रफल एवं वर्ग किमी
चंदौली19527562541
गाजीपुर36202683377
जौनपुर44942044038
मिर्जापुर24969704405
प्रयागराज59543915482
भदोही15782131015
वाराणसी36768411535
कुल2377364322393
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