UP Floods: गंगा उफान से इन इलाकों में बाढ़, घरों में घुसा पानी; सड़कों पर वाहन की जगह चल रहीं नाव
UP Floods: गंगा में तेजी से बढ़ रहे जलस्तर के कारण नदी उफान पर है। इससे प्रयागराज के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है और घरों में नदी का पानी घुस गया है। यहां तक कि सड़कों पर वाहन की जगह नाव चल रही हैं। लोगों ने ऊपरी तल की ओर पहुंचना शुरू कर दिया है।
यूपी के प्रयागराज में तेजी से बढ़ रही गंगा ने कछारी इलाकों में मुसीबत खड़ी कर दी है। बेली कछार के एक दर्जन से अधिक घरों में गुरुवार सुबह बाढ़ का पानी घुस गया। गंगा पर निर्माणाधीन सिक्स लेन पुल के पास मकानों के चारों ओर पानी फैलता देख लोगों ने रात में ही सामानों को ऊपरी तल पर पहुंचना शुरू कर दिया। बेली कछार के इस हिस्से में 50 से अधिक घर बाढ़ में घिर गए हैं। गंगा का जलस्तर अगले दो दिन तक बढ़ने का अनुमान है।
इसी तरह बेली के बाद राजापुर, नेवादा, अशोकनगर, बघाड़ा, शंकरघाट, म्योराबाद, शंकरघाट, शिवकुटी, द्रौपदी घाट के कछारी मोहल्लों में पानी पहुंच रहा है। सभी घाट जलमग्न हो चुके हैं। संगम क्षेत्र लबालब है। दावा किया जा रहा है कि शुक्रवार शाम तक कछारी मोहल्लों के सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी घुस जाएगा। बेली कछार का दौरा करने के बाद पार्षद भोला तिवारी ने बताया कि मोहल्लों में नालों के सहारे बाढ़ का पानी आ रहा है। दो दिन तक यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा था। यमुना की गति धीमी होने के बाद गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा।
बुधवार रात आठ बजे से गुरुवार सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर दो मीटर से अधिक बढ़ा। इससे पहले 24 घंटे में (बुधवार सुबह आठ बजे से गुरुवार सुबह आठ बजे तक) गंगा में दो मीटर 71 सेमी वृद्धि हुई। वहीं यमुना में सिर्फ 46 सेमी वृद्धि हुई। सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 52 सेमी बढ़ा। रात आठ बजे छतनाग में गंगा का जलस्तर छह सेमी घटने से कुछ राहत की उम्मीद है। सिंचाई विभाग बाढ़ प्रखंड के अनुसार फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 83 मीटर तक पहुंच सकता है।
डेढ़ दर्जन ट्रांसफॉर्मरों की हो रही निगरानी
गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद कछारी इलाके के डेढ दर्जन ट्रांसफॉर्मरों पर निगरानी बढ़ाई गई है। सलोरी, बघाड़ा, बक्शी बांध, राजांपुर, नेवादा, अशोकनगर, शंकरघाट, बेली गांव, गौस नगर, हड्डी गोदाम मोहल्लों में लगे ट्रांसफॉर्मर बहुत नीचे लगे हैं। बिजली विभाग के मुख्य अभियंता पीके सिंह ने बताया कि सभी उपखंडों के अधिशासी अभियंताओं को बाढ़ की चपेट में आने वाले निचले इलाकों के ट्रांसफॉर्मरों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। खतरा बढ़ने पर ट्रांसफॉर्मरों की बिजली सप्लाई बंद की जाएगी
रिवर फ्रंट रोड पर वाहन की जगह चल रही नाव
बक्शीबांध से संगम जाने वाली रिवर फ्रंट पर तीन दिन पहले तक शहरवासी गंगा के बढ़ते जलस्तर को देख रहे थे। रोड पर लबालब गंगा को देखकर मरीन ड्राइव जैसा नजारा दिखा। गंगा को देखने के लिए गाडियों की कतार लगी रहती थी। अब वही रिवर फ्रंट रोड बाढ़ में डूब गई है। मार्ग पर अब गाड़ियां नहीं, नाव चल रही है। संगम में नावों का संचालन रोक दिया गया तो लोग रिवर फ्रंट रोड पर बोटिंग करने लगे। मार्ग पर पानी भरने से नागवासुकि मंदिर में आवागमन बाधित हुआ है।