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सीएम योगी का फर्जी ओएसडी बनकर लूट, जुए की फड़ से 41 लाख चुराने वाला एक आरोपी पकड़ा

वाराणसी के पहड़िया स्थित रुद्र हाइट्स अपार्टमेंट से जुए की फड़ से 41 लाख लूट के मामले में पुलिस ने एक आरोपी चौबेपुर निवासी धर्मेंद्र चौबे को महाराष्ट्र से पकड़ लिया है। उसे शाम तक वाराणसी लाया जाएगा।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान, वाराणसीSun, 24 Nov 2024 02:07 PM
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वाराणसी के पहड़िया स्थित रुद्र हाइट्स अपार्टमेंट से जुए की फड़ से 41 लाख लूट के मामले में पुलिस ने एक आरोपी चौबेपुर निवासी धर्मेंद्र चौबे को महाराष्ट्र से पकड़ लिया है। उसे शाम तक वाराणसी लाया जाएगा। यहां उससे पूछताछ की जाएगी और कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेजा जाएगा। जबकि दूसरे आरोपी निलंबित इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता का सुराग नहीं लग सका है। पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। 14 नवंबर को मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था। हालांकि 10 दिन होने के बाद भी एक आरोपी अभी फरार है। तलाश में पुलिस टीमें लगी हुई हैं।

जानकारी के अनुसार रुद्र हाइट्स अपार्टमेंट में 7 नवंबर की रात हाई प्रोफाइल जुए की सूचना पर तत्कालीन सारनाथ थाना प्रभारी निरीक्षक परमहंस गुप्ता और खुद को सीएम योगी आदित्यनाथ के ओएसडी बताने वाले धर्मेंद्र चौबे पहुंचे थे। आधी रात में दोनों जुए की फड़ से करीब 41 लाख रुपये लूटकर भाग निकले थे। दो दिन बाद सोशल मीडिया पर घटनाक्रम वायरल होने के बाद पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने परमहंस गुप्ता को निलंबित कर दिया था। जबकि 14 नवंबर को इस मामले में परमहंस गुप्ता और धर्मेंद्र चौबे के खिलाफ सारनाथ थाने में लूट का मुकदमा दर्ज किया गया। इस समय प्रकरण की जांच कैंट इंस्पेक्टर राजकुमार कर रहे हैं। गिरफ्तारी के लिए 3 टीमें गठित हैं।

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इस मामले में अखिलेश यादव ने एक पोस्ट करके सवाल भी खड़े किए थे। अखिलेश ने इस मामले को भाजपा का भ्रष्टाचार बताते हुए वर्दीवाला लुटेरा कहा था। अखिलेश ने अपने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि उप्र में 'फ़िल्म सिटी' तो नहीं बनी लेकिन लगता है फ़िल्म की रीयल लोकेशन शूटिंग शुरू हो गयी है। सारनाथ में हाईप्रोफ़ाइल बिल्डिंग में खेले जा रहे हाईप्रोफ़ाइल जुए में हाईप्रोफ़ाइल स्टाइल में एक छापा पड़ा और कोई माल लेकर नदारद हो गया। इस फ़िल्म का क्लाइमेक्स ये है कि देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र के निकटस्थ हुई इस वारदात की हिस्सेदारी में असली दावा किसका होगा? यह रहस्य जानने के लिए देखते रहिए भाजपाई भ्रष्टाचार की धारावाहिक फ़िल्म : 'वर्दीवाला लुटेरा'

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