यूपी कैबिनेट मंत्री के अकाउंटेंट से करोड़ों की ठगी, नंदगोपाल नंदी के बेटे की फोटो लगाकर ट्रांसफर करवाई रकम
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की कंपनी से 2.08 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। मंत्री के कंपनी के अकाउंटेंट को झांसा देकर साइबर ठग ने तीन बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर करा लिए।
शासन-प्रशासन की तमाम कवायद के बाद भी साइबर ठगी थमने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में प्रधानमंत्री ने भी मन की बात कार्यक्रम में साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों को लेकर अपनी गहरी चिंता जताई थी। इसके बावजूद साइबर ठगों ने उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की कंपनी से 2.08 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। मंत्री के कंपनी के अकाउंटेंट को झांसा देकर साइबर ठग ने तीन बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर करा लिए। प्रयागराज के साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। हाईप्रोफाइल मामला होने की वजह से पुलिस के आलाधिकारियों में खलबली मची हुई है।
मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी के इकावो एग्रो डेली प्राइवेट लिमिटेड में उनका बेटा अभिषेक गुप्ता निदेशक है। कंपनी में झुंसी निवासी रितेश श्रीवास्तव अकाउंटेंट है। रितेश ने बुधवार रात साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। तहरीर के अनुसार रितेश श्रीवास्तव के व्हाट्सएप पर मंत्री के बेटे अभिषेक गुप्ता की प्रोफाइल फोटो लगे नंबर से मैसेज आया।
मैसेज में लिखा था कि यह मेरा नया नंबर है। एक बहुत जरूरी बिजनेस मीटिंग हूं। यह मीटिंग अभी काफी देर तक चलेगी। मुझे कुछ पैसों की तुरंत जरूरत है। इसके बाद साइबर ठगों ने आईसीआईसीआई, एक्सिस व यूको बैंक खातों के तीन नंबर भेजे। कहा, पैसा तुरंत ट्रांसफर कर दो। मैसेज देखने के बाद अकाउंटेंट रितेश ने तीन बार में 2.08 करोड़ रुपये बताए खातों में ट्रांसफर कर दिए। कुछ देर बाद रितेश ने मंत्री के बेटे से बात की, तो पता चला कि अभिषेक ने इस तरह का कोई मैसेज भेजा ही नहीं।
साइबर पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच भी जुटी
हाई प्रोफाइल मामला होने की वजह से साइबर थाने की पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच भी जांच में जुटी है। साइबर थाने की ओर से संबंधित तीनों बैंकों को संदिग्ध खातों को फ्रीज करने का मेल भेजा गया है। वहीं क्राइम ब्रांच साइबर ठग के मोवाइल नंबर का लोकेशन ट्रेस करने में जुटी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो साइबर ठग की लोकेशन मिल गई है। इसके लिए टीम गठित कर रवाना भी कर दी गई है। हालांकि पुलिस अभी कुछ भी खुलासा नहीं कर रही है।
डीसीपी नगर, अभिषेक भारती ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि साइबर अपराधी को पकड़ने के लिए टीम गठित कर रवाना की गई है। संबंधित तीनों बैंक खातों को फ्री कराने की प्रक्रिया जारी है। जल्द ही साइबर ठग की पहचान कर गिरफ्तार कर लिया जाएगा।