Up by election: मिल्कीपुर में कब होगा उपचुनाव? आज साफ हो सकती है तस्वीर; हाईकोर्ट में सुनवाई
- 15 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने यूपी की खाली पड़ी 10 में से 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान किया था। तब मतदान के लिए 13 नवंबर की तारीख फाइनल की गई थी। जिसे बाद में चुनाव आयोग ने बदलकर 20 नवम्बर कर दिया। वहीं फाइनल नतीजे 23 नवंबर की तारीख को आ जाएंगे।
UP By Election 2024: यूपी की 10 में से नौ विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होना है। एक सीट जहां कानूनी पेंच की वजह से चुनाव नहीं हो रहा है और जिसे लेकर पक्ष और विपक्ष में लंबे समय से जुबानी जंग छिड़ी हुई है वो है अयोध्या की मिल्कीपुर सीट। मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव कब होगा इस पर तस्वीर आज साफ हो सकती है। इसे लेकर दाखिल जनहित याचिका पर मंगलवार को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई होनी है। उपचुनाव मामले में दाखिल जनहित याचिका पर चुनाव आयोग से जवाब मांगा था।
उधर, पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा की जिस याचिका के आधार पर मिल्कीपुर का उपचुनाव होने से रह गया, उस याचिका को वापस लेने के केस की सुनवाई सोमवार को होनी थी लेकिन नंबर न आने के कारण यह टल गई। गोरखनाथ बाबा के अधिवक्ता ने केस वापस लेने के लिए निर्धारित शुल्क जमा किया है। मिल्कीपुर में चुनाव कब होगा इस पर अब तक कोई निर्णय न हो पाने के चलते विभिन्न राजनीतिक दलों के दावेदारों, उनके समर्थकों और आम कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। भाजपा और समाजवादी पार्टी-कांग्रेस के बीच इसे लेकर काफी आरोप-प्रत्यारोप भी हो चुका है।
इस वजह से घोषित नहीं हुआ था उपचुनाव
बता दें कि 15 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र, झारखंड के साथ यूपी की खाली पड़ी 10 में से 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान किया था। तब मतदान के लिए 13 नवंबर की तारीख फाइनल की गई थी। जिसे बाद में चुनाव आयोग ने बदलकर 20 नवम्बर कर दिया। वहीं फाइनल नतीजे 23 नवंबर की तारीख को आ जाएंगे। मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव का ऐलान पूर्व भाजपा विधायक गोरखनाथ बाबा व एक अन्य की ओर से दाखिल निर्वाचन याचिका के विचाराधीन होने की वजह से नहीं हो सका था। आयोग ने इसी तर्क के साथ मिल्कीपुर के उपचुनाव की तारीख घोषित नहीं की थी। इसे लेकर समाजवादी पार्टी ने भाजपा पर कई आरोप लगाए और कहा कि लोकसभा चुनाव के खराब नतीजों के बाद हार के डर की वजह से उपचुनाव नहीं होने दिया जा रहा है। भाजपा ने भी सपा पर कई आरोप लगाए और इस बार उपचुनाव में सभी सीटों पर जीत हासिल करने का दावा किया। उधर, पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा और मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के डफलपुर गांव के रहने वाले शिवमूर्ति ने याचिका वापस लेने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल किया था। कोर्ट में इस पर 17 अक्तूबर को सुनवाई हुई थी। तब कोर्ट ने पूरी प्रक्रिया के लिए दो हफ्ते का समय दिया था। सोमवार को इस मामले में सुनवाई होनी थी लेकिन नंबर न आने की वजह से नहीं हो सकी। इससे मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। उधर, इस मामले में दाखिल जनहित याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होनी है।