मकान मालिक ने छिपाई चाबी सुनकर किया प्लान, BSc छात्रा ने MR सहेली संग मिलकर लगाई लाखों की चपत
- बरेली में पड़ोसी किरायेदार की गैरमौजूदगी का फायदा उठाकर उसी मकान में किराये पर रहने वाली एमआर युवती और बीएससी की छात्रा ने लाखों के जेवरात चोरी कर लिए। प्रेमनगर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेवरात बरामद कर मामले का खुलासा कर दिया।

बरेली में पड़ोसी किरायेदार की गैरमौजूदगी का फायदा उठाकर उसी मकान में किराये पर रहने वाली एमआर युवती और बीएससी की छात्रा ने लाखों के जेवरात चोरी कर लिए। प्रेमनगर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेवरात बरामद कर मामले का खुलासा कर दिया। वरनिया के गांव निग्रा मंगदपुर की रहने वाली कंचन गंगवार प्रेमनगर के मोहल्ला शास्त्रीनगर में किराये पर रहती हैं। सात मार्च को वह अपने गांव चली गई और उनका बेटा शौर्य व पति सुनील कुमार यहां रह गए।
दिन में पति ड्यूटी जाते थे और बेटा कोचिंग जाता था तो कमरे की चाबी बाहर जूते में रखकर फोन करके अपने पिता को बता देता था। 13 मार्च को पति और बेटा भी उनके पास गांव चले गए। फिर वे लोग 15 मार्च को लौटे तो देखा कि कमरे से लाखों रुपये के जेवरात चोरी हो चुके थे। उनकी तहरीर पर प्रेमनगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली। इंस्पेक्टर आशुतोष रघुवंशी ने बताया कि उसी मकान में किराये पर रहने वाली शीशगढ़ के गांव खमरिया निवासी तुलसी और बरगवां निवासी शिवानी उर्फ श्याम माला पर शक जताया गया था।
ऐसे पकड़ी गईं आरोपी
तुलसी यहां रहकर एमआर का काम करती है और शिवानी बीएससी की पढ़ाई कर रही है। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने चोरी की बात स्वीकार कर ली और सारे जेवरात बरामद हो गए। पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्होंने शौर्य को अपने पिता को फोन पर जूते में चाबी छिपाकर रखने की बात कहते हुए सुन लिया था। जब वे दोनों घर में नहीं थे तो उन्होंने चाबी से कमरा खोलकर जेवरात चोरी कर लिए। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है।
चोरी में वांछित गिरफ्तार
प्रेमनगर पुलिस ने शाहजहांपुर में थाना मदनापुर के गांव केशोपुर निवासी पीयूष सक्सेना को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। वह यहां प्रेमनगर के मोहल्ला भूड में किराये पर रहता था। उसने 26-28 फरवरी के बीच राजेंद्रनगर के रामकिशोर के घर चोरी की थी। मामले में पुलिस ने बारादरी के सनराइज निवासी निहाल ठाकुर व उसके भाई साहिल ठाकुर व माधोबाड़ी के निखिल वाल्मीकि को पहले ही जेल भेज दिया था। पीयूष के कब्जे से चोरी के जेवरात भी बरामद हुए हैं।