Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP Bareilly Leopard Attack on farmer Jaw broken at 4 places body has 20 wound

तेंदुए के हमले में घायल किसान का जबड़ा चार जगह से टूटा, शरीर पर 20 से ज्यादा घाव

  • बरेली में तेंदुए की दहशत बढ़ रही है। किसान पर हमला करने वाले तेंदुए का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। वन विभाग उसके पग चिन्हों की जांच करके उसे खोजने की कोशिश में लगी है। वहीं, घायल किसान का इलाज जारी है। बताया जा रहा है कि तेंदुए के हमले से घायल किसान का चार जगह जबड़ा टूट गया है।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान, बरेलीSun, 20 April 2025 07:44 AM
share Share
Follow Us on
तेंदुए के हमले में घायल किसान का जबड़ा चार जगह से टूटा, शरीर पर 20 से ज्यादा घाव

बरेली में तेंदुए की दहशत बढ़ रही है। किसान पर हमला करने वाले तेंदुए का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। वन विभाग उसके पग चिन्हों की जांच करके उसे खोजने की कोशिश में लगी है। वहीं, घायल किसान का इलाज जारी है। बताया जा रहा है कि तेंदुए के हमले से घायल किसान का चार जगह जबड़ा टूट गया है। आंख पर गंभीर चोट आने के साथ किसान के चेहरे पर आठ जगह घाव हैं। हाथ, कंधे और सीने पर मिलाकर कुल 20 से अधिक घाव हैं। गंभीर हालत में किसान का इलाज चल रहा है।

किसान पर हुए तेंदुए के हमले के बाद शनिवार को डीएफओ दीक्षा भंडारी ने गांव पहुंचकर स्वयं जांच पड़ताल की। उन्होंने घायल किसान के परिजनों, ग्राम प्रधान व ग्रामीणों से वार्ता के बाद घटनास्थल का निरीक्षण किया। घटनास्थल पर मिले पगचिह्न देखने के साथ ही उन्होंने कांबिंग की। गन्ने की खड़ी फसल में ड्रोन की भी मदद ली। 10 से ज्यादा पेड़ों पर ट्रैप कैमरा लगवाने के साथ ही पिंजरा भी रखवाया। घटनास्थल व आसपास के गांवों में कांबिंग करने के लिए तीन रेंज अफसरों की ड्यूटी अलग-अलग दिन लगाई है। वन विभाग का कहना है कि तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे लगे हैं और टीमें इसपर काम कर रही हैं।

ये भी पढ़ें:बरेली में तेंदुआ! खेत में काम कर रहे किसान पर हमला, फसल तैयार, काटने से डरा गांव

बता दें कि शुक्रवार को बिहारीपुर अब्दुल रहमान गांव के किसान अरविंद अपने खेत में खड़ी गन्ने की फसल की सिंचाई कर रहे थे। तभी अचानक खेतो में से आए एक तेंदुए ने उन पर हमला कर घायल कर दिया था। डीएफओ दीक्षा भंडारी ने बताया ति घटनास्थल की परिधि में आने वाले छह गांवो में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। 26 अप्रैल तक के लिए तीन रेंजरों की टीम का गठन वन्य जीव, जंगली जानवर के रेस्क्यू ऑपरेशन व मानव-वन्यजीव द्वंद रोकने के लिए किया गया है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें