राम मंदिर में पहली बार तिथि के लिहाज से बदलेगी पुजारियों की ड्यूटी, नए पुजारी करेंगे पूजा-अर्चना
अयोध्या राम मंदिर में पहली बार तिथि के लिहाज से पुजारियों के टोली की ड्यूटी बदलेगी। पौष शुक्ल प्रतिपदा से वरिष्ठ सहायक प्रेम कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में नये पुजारी दायित्व संभालेंगे। पखवाड़े भर चलने वाली ड्यूटी में नवनियुक्त पुजारियों को पहली बार रामलला की आरती का मौका मिलेगा।
राम मंदिर के इतिहास में पहली बार पुजारियों के टोली की ड्यूटी हिंदी माह की तिथियों के लिहाज से बदली जाएगी। राम मंदिर में नवनियुक्त दस पुजारियों को लेकर तय की नियमावली में हिंदी तिथियों के लिहाज से भितरिया व बहरिया की अलग-अलग टोलियां बनाई गयी और उनके नियमों को भी सख्त बनाने के साथ उनका कड़ाई से पालन का भी निर्देश दिया गया है। इसके चलते पौष कृष्ण प्रतिपदा से शुरू नयी व्यवस्था के अन्तर्गत पुजारियों की ड्यूटी पौष शुक्ल प्रतिपदा यानि मंगलवार से बदल जाएगी। नये नियम के अनुसार मंदिर में 14 पुजारियों की दो अलग-अलग सात-सात सदस्यों की टोलियां बनाई गई थी।
इस परिवर्तन के अनुसार सुबह प्रथम पाली में ड्यूटी देने वाले सभी सात पुजारी चक्रीय क्रम में सायं पाली में निर्धारित नाम के क्रम में ड्यूटी करेंगे। इसी तरह सायं पाली में ड्यूटी देने वाले सभी सात पुजारी अपने नाम के निर्धारित क्रम में सुबह ड्यूटी करेंगे। इस तरह पहली बार राम मंदिर में नये पुजारियों को (प्रशिक्षण अवधि) को छोड़कर रामलला की आरती करने का अवसर मिलेगा। यह सौभाग्य प्राप्त करने वाले पहले नये पुजारी अनिल शुक्ला होंगे। हालांकि वरिष्ठ सहायक पुजारी प्रेमकुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में वह रामलला के शयन आरती का हिस्सा बन चुके हैं। उनके साथ नये पुजारी अंकित मिश्र व शिवेश पाण्डेय को भी शयन आरती में सम्मिलित होने का मिला था।
सभी पुजारियों को उपलब्ध कराया गया नवीन परिधान
राम मंदिर में पुजारियों के लिए बनाई गयी नयी नियमावली के अनुसार ड्रेस कोड भी लागू किया जा चुका है। वहीं राम मंदिर के सभी 14 पुजारियों जिनमें चार वरिष्ठ व दस नये पुजारियों को नियमानुसार नवीन परिधान उपलब्ध कराया गया है। मिली जानकारी के अनुसार सभी पुजारियों को पीले रंग की दो-दो ऊनी चौबंदी के अलावा दो-दो सफेद धोती एवं पगड़ी के लिए एक-एक गमछा भी प्रदान किया गया है। यद्यपि अधिकांश पुजारियों को सफेद गमछा दिया गया है जबकि पगड़ी के लिए निर्दिष्ट रंग भी पीला ही है।
वरिष्ठ पुजारियों का संतुलन किया गया कायम
राम मंदिर में चार वरिष्ठ पुजारियों का संतुलन कायम करने के लिए तीन-एक के बजाय अब दो-दो वरिष्ठों को सुबह व शाम की दो अलग-अलग टोलियों में शामिल कर दिया गया है। हालांकि टोली प्रमुख के दायित्व में कोई बदलाव नहीं हुआ है। फिर भी अभी तक सुबह की पाली में शामिल तीन वरिष्ठ पुजारियों में से एक प्रदीप दास को सायं पाली में वरिष्ठ पुजारी प्रेमकुमार त्रिपाठी के साथ जोड़ दिया गया है। वहीं सायं टोली के एक नये पुजारी को सुबह की पाली में शामिल कर दिया है।