अयोध्या राम मंदिर प्रतिष्ठा द्वादशी मुहूर्त पर रामलला महाआरती देख सकेंगे लाइव, ऐसे देखें
अयोध्या राम मंदिर प्रतिष्ठा द्वादशी के मुहूर्त पर रामलला की महाआरती का सीधा प्रसारण होगा। 11 जनवरी को मध्याह्न 12.20 बजे होने वाली महाआरती का प्रसारण दूरदर्शन करेगा। श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ने एक जनवरी 2025 के पहले 30 व 31 दिसम्बर को भी आधे घंटे की दर्शन अवधि बढ़ाई।
राम मंदिर में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा की वर्षगांठ के उत्सव के मुख्य पर्व प्रतिष्ठा द्वादशी को मध्याह्न 12.20 बजे के शुभ मुहूर्त में होने वाली महाआरती का सीधा प्रसारण दूरदर्शन की ओर से किया जाएगा। दूरदर्शन के माध्यम से देशवासी यहां चल रहे उत्सव का आनंद लें सकेंगे। प्रतिष्ठा द्वादशी का यह तीन दिवसीय उत्सव हिंदी तिथि के अनुसार मनाया जाएगा। उत्सव 11 जनवरी 2025 से लेकर 13 जनवरी तक चलेगा।
तीन दिवसीय अनुष्ठान में छह लाख राम नाम के बीज मंत्र का होगा जप
श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डा अनिल मिश्र ने बताया कि रामलला के पाटोत्सव का अनुष्ठान पूर्वाह्न दस बजे से ही शुरू हो जाएगा। इस दौरान भगवान का षोडशोपचार पूजन के अलावा विविध औषधियुक्त द्रव्यों से अभिषेक किया जाएगा। इसके उपरांत विशेष श्रृंगार कर उनकी महाआरती उतारी जाएगी।
राम मंदिर में इस अनुष्ठान के पहले परिसर के अंदर स्थित यज्ञमंडप में शुक्ल यजुर्वेद के 40 अध्यायों के 1975 मंत्रों के जप के साथ यज्ञकुंड में आहुतियां भी डाली जाएंगी। इसके अतिरिक्त राम नाम के बीज मंत्रों का जप होगा। तीन दिवस में छह लाख मंत्रों के जप का संकल्प लिया गया है। यह अनुष्ठान दो सत्रों में प्रातः 8 बजे से 11 बजे व अपराह्न तीन बजे से छह बजे तक प्रतिदिन चलेगा।
चार दिन के बजाय छह दिन बढ़ाई जाएगी रामलला के दर्शन अवधि
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने गुरुवार को सूचित किया था कि रामलला के दर्शन की अवधि आंग्ल नववर्ष के मौके पर एक जनवरी 2025 के अलावा प्रतिष्ठा द्वादशी के तीन दिवसीय उत्सव में एक घंटा बढ़ाई जाएगी। इस निर्णय के मुताबिक मध्याह्न में रामलला के विश्राम अवधि में आधे घंटे की कटौती का ऐलान किया गया था। इसके चलते राम मंदिर का पट अपराह्न डेढ़ बजे के अतिरिक्त एक बजे ही। खुल जाएगा। इसी तरह रात्रि में शयन आरती के दौरान भी दर्शन अवधि आधे घंटे के लिए बढ़ाई जाएगी।
इससे रामलला के दर्शनार्थी रात्रि नौ बजे के बजाय साढ़े नौ बजे तक दर्शन प्राप्त कर सकेंगे। तीर्थ क्षेत्र ने अपने इस निर्णय थोड़ा संशोधन कर दिया है। इस संशोधन के अनुसार दर्शन अवधि एक जनवरी के पहले 30 व 31 दिसम्बर को भी बढ़ाई जाएगी लेकिन यह अवधि सिर्फ आधे घंटे की होगी। तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डा अनिल मिश्र ने बताया कि 30 व 31 दिसम्बर को मध्याह्न में श्रद्धालुओं को रामलला का दर्शन डेढ़ बजे के बजाय अपराह्न एक बजे से ही सुलभ होगा।
भोजन प्रसाद का वितरण को महाकुंभ तक चलाने की योजना
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ के उत्सव में तीन दिनों तक दर्शनार्थियों को नि: शुल्क भोजन प्रसाद वितरण का निर्णय लिया है। इस प्रसाद का वितरण श्रीराम जन्मभूमि परिसर में स्थित तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र में किया जाएगा। बताया गया कि तीर्थ क्षेत्र की ओर से इस व्यवस्था को महाकुंभ तक चलाने पर विचार किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि प्रयागराज के महाकुंभ की शुरुआत मकर संक्रांति 14/15 जनवरी से होगी और यह मुख्यतः माघ पूर्णिमा तक चलेगी। माघ पूर्णिमा 12 फरवरी को है। ऐसी स्थिति में इस महाकुंभ में हिस्सा लेने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं में से कुल संख्या के 25 प्रतिशत श्रद्धालु अयोध्या दर्शन के लिए आने का अनुमान है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डा. अनिल मिश्र का कहना है कि इस बारे में विचार विमर्श किया जा रहा है।