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अयोध्या राम मंदिर परकोटे में रामायण प्रसंग चित्रित ब्रांज मेटल प्लेट लगाने शुरू, हुआ अनावरण

अयोध्या राम मंदिर में निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति समीक्षा को लेकर भवन-निर्माण समिति की बैठक शुक्रवार को शुरू हो गयी। समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र ने सबसे पहले हनुमानगढ़ी में जाकर शीश नवाया और फिर रामलला का दर्शन किया।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान, संवाददाता, अयोध्याSat, 28 Dec 2024 08:17 AM
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अयोध्या राम मंदिर में निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति समीक्षा को लेकर भवन-निर्माण समिति की बैठक शुक्रवार को शुरू हो गयी। समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र ने सबसे पहले हनुमानगढ़ी में जाकर शीश नवाया और फिर रामलला का दर्शन किया। इसके उपरांत उन्होंने समिति के सदस्यों व निर्माण एजेंसी के अधिकारियों के साथ अलग-अलग सभी सभी परियोजनाओं की प्रगति का भौतिक सत्यापन किया। इस दौरान उन्होंने परकोटे में लगाए गए ब्रांज मेटल के चित्र जिसमें चतुर्भुज रूप धारिणी भारत माता के चित्र का अनावरण किया।

इस चित्र में देवी सिंह वाहन पर सवार हैं और उनके एक हाथ खड्ग व कमल पुष्प व एक में भगवान ध्वज है। परकोटे में ब्रांज मेटल प्लेट की लंबाई छह फिट 5 इंच, ऊंचाई पांच फिट व मोटाई दो फिट छह इंच है। इस प्रकार के 80 से अधिक प्लेट पूरे परकोटे में लगाए जाएंगे। इनमें अधिकांश चित्र रामायण के उन प्रसंगों से छांटे गये हैं, जो भगवान राम के मर्यादा पुरुषोत्तम बनने की यात्रा का वृत्तांत दर्शाते हैं।

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वाल्मीकि रामायण के प्रसंगों के श्लोक भी लिखे गये
उधर लोअर प्लिंथ में पत्थरों पर चित्रित रामायण के प्रसंगों को एपिसोड के रूप में लगाने की भी प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन पर सम्बन्धित प्रसंगों को लेकर वाल्मीकि रामायण के संस्कृत श्लोक भी लिखे गये हैं और उनका हिंदी व अंग्रेजी में अनुवाद भी किया गया है। चेयरमैन मिश्र सहित सदस्यों ने इन चित्रों का भी अवलोकन किया।

शेषावतार मंदिर के कालम भी प्राप्त कर रहे ऊंचाई
न्यासी डा अनिल मिश्र ने बताया कि बैठक में पाया गया कि सप्त मंडपम के सातों मंदिरों में महर्षि वाल्मीकि के मंदिर का 90 प्रतिशत निर्माण पूरा हो गया है। शेष मंदिरों में भी 70-80 प्रतिशत निर्माण हो गया है। इसी तरह से शेषावतार मंदिर के कालम भी खड़े हो रहे हैं और अधिकांश कालम पूरी ऊंचाई ग्रहण कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि परकोटे के सभी छह मंदिरों की भी प्रगति संतोषजनक है।

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