अयोध्या राम मंदिर के दूसरे तल पर गर्भगृह की छत ढालने की तैयारी, बढ़ेगी गूढ़ी मंडप की ऊंचाई
अयोध्या राम मंदिर की निर्माण समिति की बैठक हुई। अब मंदिर के दूसरे तल पर गर्भगृह की छत ढालने की तैयारी हो रही है। प्रथम तल की फ्लोरिंग के साथ गूढ़ी मंडप की ऊंचाई बढ़ाने के लिए दूसरे तल पर काम चल रहा है। शिखर का निर्माण कार्य अक्टूबर में शुरू हो सकेगा शुरू।
अयोध्या राम मंदिर में प्रथम तल की फ्लोरिंग व वायरिंग का काम चल रहा है। इस बीच द्वितीय तल के छत ढ़लाई की तैयारियां शुरू हो गयी है। भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र की मानें तो राम मंदिर के शिखर का निर्माण अक्तूबर के प्रथम सप्ताह में शुरू हो सकेगा। उन्होंने बताया कि यह कार्य बहुत चुनौतीपूर्ण है। इसके कारण ऐसा निर्देश दिया गया है कि शिखर निर्माण शुरू होने के दौरान सभी एजेंसियों के विशेषज्ञ व उनके प्रतिनिधियों की मौजूदगी सुनिश्चित की जाए।
जयपुर में जाकर प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत ने मूर्तियों के माडल को दी मंजूरी: भवन-निर्माण समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र का यह भी कहना है प्रथम तल में राम दरबार की मूर्तियों के अलावा सभी मूर्तियों के माडल फाइबर व मोम पर तैयार किए जाते हैं और उसके परीक्षण के बाद पत्थरों पर मूर्तियों को उकेरा जाता है। पुणे के प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत ने जयपुर में जाकर इन माडलों का परीक्षण किया है और उन्हें अनुमोदित कर दिया है। इस अनुमोदन के बाद अनुमान है कि नवम्बर तक मूर्तियों का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। जहां तक इन मूर्तियों की स्थापना की बात है तो यह जनवरी से मार्च 2025 के मध्य ही संभव है और इस बारे में सभी ट्रस्टीज मिल कर निर्णय लेंगे।
नल-नील व अंगद टीले पर नहीं होगा कोई स्थाई निर्माण
भवन-निर्माण समिति चेयरमैन मिश्र ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि परिसर में स्थित नल-नील व अंगद टीला पर कोई स्थाई निर्माण नहीं किया जाएगा। इन टीलों के मिट्टी की जांच में पाया गया कि इनमें स्थिरता नहीं है। इसके कारण यहां लैंड स्केपिंग व प्लांटेशन का काम होगा और इन्हें सुंदरतम ढंग से निखारा जाएगा जिससे कि आने वाले श्रद्धालुओं को सुखद वातावरण का एहसास हो। बताया गया कि कुबेर टीला के सौन्दर्यीकरण का काम पूरा हो चुका है। यह कार्य जीएमआर संस्था अपने फंड से करा रही है। यही संस्था नल-नील व अंगद टीले के सौन्दर्यीकरण के लिए डिजाइन भी तैयार कर रही है। डिजाइन तैयार होने के बाद तदनुसार काम होगा।
शारदीय नवरात्र से शुरू हो जाएगा अपोलो का कार्डियक केयर यूनिट
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डा अनिल मिश्र ने बताया कि भवन-निर्माण समिति के चेयरमैन मिश्र समेत सभी सदस्यों ने पीएफसी का निरीक्षण किया। इस दौरान पीएफसी के बेसमेंट अपोलो अस्पताल के कार्डियक केयर यूनिट के निर्माण की जानकारी ली गयी। यह इमरजेंसी अस्पताल शारदीय नवरात्र के मौके पर अक्तूबर से काम करना शुरू कर देगा। फिलहाल आईसीयू का निर्माण हो गया है और उपकरणों के इंस्टालेशन की प्रक्रिया चल रही है। इस अस्पताल के लिए तीर्थ क्षेत्र की ओर से छह हजार वर्ग फिट स्थान उपलब्ध कराया गया है। अपोलो प्रशासन यहां अपनी नि: शुल्क सेवाएं देगा। तीर्थ क्षेत्र चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की आवासीय व्यवस्थासुलभकराएगा।