अयोध्या में शादी के अगले दिन पति-पत्नी की मौत, बेड पर मिली महिला की लाश, युवक फंदे से लटका
- अयोध्या में कैंट थाना क्षेत्र के सहादतगंज मुरावन टोला में शादी के अगले दिन ही एक नव विवाहित जोड़े की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। युवक का शव फंदे से लटका मिला, जबकि पत्नी बिस्तर पर मृत मिली।

अयोध्या में कैंट थाना क्षेत्र के सहादतगंज मुरावन टोला में शादी के अगले दिन ही एक नव विवाहित जोड़े की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। युवक का शव फंदे से लटका मिला, जबकि पत्नी बिस्तर पर मृत मिली। बताया गया कि सहादतगंज के मुरावन टोला निवासी प्रदीप की सात मार्च को मोहलिया मौजा डीली सरैया निवासी शिवानी से शादी हुई थी। आठ मार्च को वह पत्नी को विदा कर बारात के साथ घर आया था। रविवार शाम घर पर ही प्रीतभोज तय था। सुहागरात के बाद रविवार सुबह कमरे का दरवाजा खटखटाया गया तो अंदर से प्रतिक्रिया नहीं मिली। सुबह लगभग 7:00 बजे दरवाजा तोड़ा गया तो प्रदीप कमरे में छत के पंखे से गमछे के सहारे लटका दिखा, जबकि पत्नी शिवानी बिस्तर पर पड़ी थी।
पत्नी की गला घोंट हत्या के बाद फंदे से लटका
कैंट थाना क्षेत्र के सहादतगंज मुरावन टोला में नव दंपत्ति की मौत को लेकर वर-वधु का परिवार सदमे में है तो क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है। घटना में नवविवाहिता की हत्या के बाद युवक की ओर से फांसी लगाए जाने की बात समाने आई है। यह खुलासा डाक्टरों के पैनल और वीडियोग्राफी के बीच हुए पोस्टमार्टम में हुआ है। पुलिस को मौके से कोई ऐसा साक्ष्य नहीं नहीं मिला मिला है, जिससे घटना का कारण माना जा सके। फिलहाल पुलिस कारण की तलाश में जुटी है।
रविवार की सुबह प्रीतिभोज की तैयारियों के बीच नव दंपत्ति के मौत का मामला सामने आया था। मुरावन टोला निवासी युवक प्रदीप कुमार कमरे में पंखे से सफेद गमछे के सहारे फंदे से लटका मिला था और वन विवाहिता अपने बिस्तर पर मृत मिली थी। खबर फैलने के बाद क्षेत्र में हलचल मच गई और रोदन-विलाप शुरू हो गया। सुहागरात के बाद नवदंपत्ति की मौत को लेकर पुलिस के अधिकारियों और टीम से डेरा डाल दिया तथा विधि विज्ञान प्रयोगशाला की इकाई को भी मौके पर बुला लिया गया। पुलिस ने कमरे से प्रदीप का मोबाईल अपने कब्जे में लिया और इसकी छानबीन की लेकिन उसमें कोई पुख्ता सुराग नहीं मिला।
मृतका बिस्तर पर कंबल ओढ़े पड़ी थी। कमरे में न तो कोई जहर की शीशी मिली और न ही कोई अन्य संदिग्ध वस्तु। । जांच में यह बात सामने आई कि उसके गले पर एक निशान था, जिसको लेकर गला दबा अथवा गला घोटकर हत्या किये जाने की आशंका जताई जा रही थी और दरवाजा भीतर से बंद होने के चलते माना जा रहा था मृतक ने फंद से लटककर जान दी है।
हालांकि ऐसा क्यों हुआ? इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया। मायके वालों के पहुँचने के बाद पुलिस ने पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम कराया तो आशंका सच साबित हुई। प्रदीप की मौत हैंगिंग तथा शिवानी की गला घोटने के चलते पाई गई। सीओ सिटी शैलेन्द्र सिंह का कहना है कि रिपोर्ट के मुताबिक प्रदीप ने शिवानी की गला घोंट हत्या के बाद फांसी लगा ली। उसने ऐसा क्यों किया इस बात की जाँच कराई जा रही है। अभी किसी पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है।
क्यों लगा दी खुशियों में आग
नवदंपत्ति की मौत के बाद वर और वधु दोनों पक्षों में मातम का माहौल है। परिवार की महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है तो चूल्हा-चौका शांत पड़ा है। नात-रिश्तेदार एकत्र हो रहे हैं और शुभचिंतकों की ओर से शोक-सांत्वना का दौर जारी है। हर कोई बस एक ही सवाल करता दिख रहा है कि आखिर यह सब कैसे हो गया। पीएम रिपोर्ट के बाद इस बात पर ज्यादा चर्चा है कि आखिर प्रदीप ने खुशियों में में आग क्यों लगा दी ? आखिर क्या बात हुई, जिसके कारण उसको ऐसे कृत्य के लिए मजबूर होना पड़ा। परिवार वालों का कहना है कि पहले तो ऐसी कोई बात नहीं थी। छह-सात माह पूर्व दोनों की रजामंदी से रिश्ता तय हुआ था और शादी के पहले प्रदीप और शिवानी में बातचीत भी हो रही थी। प्रदीप अपनी देखरेख में ही शादी की सारी तयारी करवा रहा था और शादी में उसने दोस्तों संग डांस भी किया था।
एक साथ जली दो चिताएं
सोलह श्रृंगार उतरा भी न था कि शिवानी की जान चली गई। वहीं मेहर का रंग फीका होने के पहले प्रदीप चला गया। कैंट से लेकर खंडसा थाना तक दोनों परिवारों में मातम है। दोनों पक्षों की रजामंदी से नव दंपत्ति का जमथरा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया है। लड़की शिवानी के पिता मंगू का कहना है कि हमने तो अपनी पड़की इनको दे दी थी। उसके बाद सारी जिम्मेदारी इनकी है। लड़के के बड़े भाई दीपक ने मुखाग्नि दी है।
परिवार में सबसे छोटा और दुलारा था प्रदीप
दुखद घटनाक्रम का शिकार हुआ सहादतगंज के मुरावन टोला का रहने वाला प्रदीप पासी अपने परिवार में सबसे छोटा और सभी का दुलारा था। वह टाइल्स लगाने का कार्य करता था और अपने कार्य में काफी निपुण था। जबकि उसका बड़ा भाई दीपक कुमार मोटर मैकेनिक है। मजदूरी कर परिवार चलाने वाले उसके पिता भग्गन की एक दशक से पहले ही मौत हो चुकी है और परिवार में मां के अलावा तीन बहने हैं।