अयोध्या में संवारे जाएंगे चित्रगुप्त व ऋषभदेव जैन मंदिर, पर्यटकीय सुविधाओं का होगा विकास
अयोध्या में चित्रगुप्त व ऋषभदेव जैन मंदिर संवारा जाएगा। श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद ने निरीक्षण किया। यूपी पीसीएल पर्यटकीय सुविधाओं का विकास करेगा।
हैदरगंज चित्रगुप्त मंदिर व अयोध्या स्थित श्री ऋषभदेव जैन मंदिर का कायाकल्प होगा। उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड को इसकी जिम्मेदारी मिली है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद संतोष कुमार शर्मा ने इन स्थलों पर पर्यटकीय सुविधाओं के विकास के लिए शुक्रवार को निरीक्षण कर जरूरी निर्देश दिए। निरीक्षण के समय उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड के सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर अजय कुमार मिश्रा अवर अभियंता मनोज कुमार मौर्य एवं चित्रगुप्त मन्दिर के केयरटेकर सोमनाथ श्रीवास्तव व श्री ऋषभदेव दिगम्बर जैन के पीठाधीश रविन्द्र कीर्ति स्वामी व डा जीवन प्रकाश जैन मौजूद रहे।
प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद अयोध्या द्वारा प्रेषित कार्य योजनाओं में से निदेशालय द्वारा पर्यटन सुविधाओ के विकास के लिए हैदरगंज स्थित श्री चित्रगुप्त मन्दिर के आसपास के क्षेत्र को विकसित करने हेतु स्वीकृति / अनुमोदन प्राप्त हुआ है। कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल द्वारा परियोजना का डीपीआर तैयार कर निदेशालय को प्रेषित किया गया है। इसमें मन्दिर के आने का मार्ग, साइनेज, शौचालय, स्टेयरर्स तथा मन्दिर के ऊपरी भाग में श्रद्वालुओ के बैठने के लिए हाल तथा फर्श आदि का प्राविधान किया गया।
स्थल पर उपस्थित सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर अजय मिश्रा को निर्देशित कियागया कि प्राथमिकता के आधार पर श्रद्वालुओ के बैठने हेतु उचित व्यवस्था, आने जाने का मार्ग, साइनेज, शौचालय, फर्श, तथा फर्श का कार्य कराया जाये। इसके साथ ही मन्दिर समिति से सम्पर्क कर मन्दिर के स्वामित्व संबंधी विलेख को प्राप्त कर लिया जाये।
डीपीआर बनाकर भेजा गयाश्री ऋषभदेव दिगम्बर जैन मन्दिर के निरीक्षण के दौरान सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर अजय मिश्रा ने बताया कि श्री ऋषभदेव दिगम्बर जैन मन्दिर के वाहय भाग में ही कार्य का डीपीआर जिसमें सड़क, प्रकाश, व श्रद्वालुओ के बैठने की व्यवस्था किये जाने का प्राविधान किया गया है क्योंकि मन्दिर के आन्तरिक भाग में इनकी संस्था द्वारा अपने धर्म के मन्दिरों का निर्माण स्वयं कराया जा रहा है। श्री ऋषभदेव दिगम्बर जैन मन्दिर के पीठाधीश रविन्द्र कीर्ति स्वामी ने अवगत कराया कि उनकी संस्था द्वारा निर्मित मन्दिरों में माडर्न फसाड प्रकाश व्यवस्था का कार्य कराया जाये तो उचित रहेगा।
स्थल पर उपस्थित सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर को निर्देशित किया गया कि निदेशालय स्तर पर प्रेषित डी.पी.आर. में यदि संशोधन सम्भव हो तो वार्ता की जा सकती है। इसके अतिरिक्त सड़क निर्माण, उचित प्रकाश व्यवस्था श्रद्वालुओ के बैठने हेतु बेंचेज, स्ट्रीट लाइट, पेयजल व्यवस्था परिषद का साइनएज आदि कार्य प्राथमिकता के आधार पर कराएं।