यूपी में टप्पल के लॉजिस्टिक पार्क अधिग्रहण के लिए बनेगी कमेटी, कार्यवाही शुरू
अलीगढ़ जनपदवासियों के लिए अच्छी खबर है। जेवर एयरपोर्ट के नजदीक टप्पल से सटे इलाके में बनने वाले लॉजिस्टिक पार्क के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस क्रम में शासन के स्तर से अधिग्रहण पूर्व एसआईए कमेटी का गठन किया जाएगा।
अलीगढ़ जनपदवासियों के लिए अच्छी खबर है। जेवर एयरपोर्ट के नजदीक टप्पल से सटे इलाके में बनने वाले लॉजिस्टिक पार्क के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस क्रम में शासन के स्तर से अधिग्रहण पूर्व एसआईए कमेटी का गठन किया जाएगा। इस संबंध में जिला प्रशासन व यीडा की तरफ से औद्योगिक विकास अनुभाग के विशेष सचिव को रिपोर्ट भेजी गई है। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की टप्पल-बाजना अर्बन सेंटर की महायोजना के अर्न्तगत टप्पल के स्यारोल और डोरपुरी गांव में लॉजिस्टिक पार्क में वेयर हाउसिंग (स्टोरेज के लिए), कंटेनर यार्ड और रेल जोन बनाए जाने हैं। दोनों गांव में क्रमश 110 व 55 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की जाएगी।
पूर्व में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अलीगढ़ के विकास को लेकर लॉजिस्टिक पार्क का जिक्र अपने भाषणों में करते रहे हैं। खैर रोड पर ट्रांसपोर्ट नगर, स्टेट यूनिवर्सिटी, डिफेंस कॉरीडोर, ग्रेटर अलीगढ़ के बाद यह बड़ा प्रोजेक्ट होगा। बीते दिनों यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास द्वारा लॉजिस्टिक पार्क की भूमि के प्रस्ताव जिला प्रशासन को भेजा गया था। जिसके बाद अब जिला प्रशासन द्वारा भूमि अर्जन, पुनर्वासन एवं पुनर्व्यवस्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम 2013 की धारा-11 की अधिसूचना जारी कराने से पूर्व परियोजना से प्रभावित क्षेत्र में सामाजिक समाघात निर्धारण अध्ययन (एसआईएएस) गठित करने को औद्योगिक विकास अनुभाग के विशेष सचिव को भेजा है। शासन स्तर से एसआईए गठित करने के बाद भू-अर्जन की कार्यवाही आगे बढ़ेगी।
दो चरणों में धरातल पर उतरेगी योजना
जेवर एयरपोर्ट के पास टप्पल क्षेत्र में 950 हेक्टेयर के लॉजिस्टिक पार्क को दो चरणों में पूरा करने की योजना है। इसमें 200 हेक्टेयर में पहला चरण होगा। पहले चरण में 10 हेक्टेयर व्यावसायिक, 12 हेक्टेयर संस्थागत और 24 हेक्टेयर आवासीय भूमि उपयोग के लिए रखा जाएगा। इसके अलावा, पार्क में ट्रक पार्किंग क्षेत्र, गेट कॉम्प्लेक्स, प्लेटफॉर्म और साइडिंग क्षेत्र सहित सहायक और सहायक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। यीडा जमीन और बुनियादी सुविधाएं विकसित करने पर 990 करोड़ रुपये खर्च करेगा।
क्या है लॉजिस्टिक पार्क
लॉजिस्टिक पार्क वेयर हाउस की तरह काम करता है। लॉजिस्टिक पार्क में इंपोर्ट व एक्सपोर्ट होने वाले सामान (कंसाइन) को रखने का स्थान होता है। यहां पर एक निश्चित किराया लेकर सामान को सुरक्षित रखा जाता है। यहां से दादरी कंटेनर डिपो नजदीक है। जहां वेस्ट यूपी के कई जिलों से माल निर्यात होने के लिए आता है लेकिन तत्काल माल नहीं जाने पर एक्सपोर्टरों को माल सुरक्षित रखने के लिए स्थान की जरूरत होती है। लॉजिस्टिक पार्क वेयर हाउस की तरह यह काम करता है। एक निर्धारित किराया देकर यहां पर माल रखा जा सकता है।