मुंबई नारकोटिक्स अधिकारी बन साइबर ठगों ने लड़की को किया डिजिटल अरेस्ट, ठगे 16 लाख रुपये
साइबर हैकर डिजिटल अरेस्ट के नाम पर अलीगढ़ जिले में लगातार लोगों को निशाना बना रहे हैं। इसी क्रम में अब एनसीआर की आईटी कंपनी में सेवारत युवती को साढ़े चार घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रख उससे सोलह लाख रुपये ऐंठ लिए गए।
साइबर हैकर डिजिटल अरेस्ट के नाम पर अलीगढ़ जिले में लगातार लोगों को निशाना बना रहे हैं। इसी क्रम में अब एनसीआर की आईटी कंपनी में सेवारत युवती को साढ़े चार घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रख उससे सोलह लाख रुपये ऐंठ लिए गए। हैकरों ने स्पाई वीडियो कॉल पर उसे वियतनाम तक दवा व ड्रग्स के अवैध धंधे में लप्ति बताकर कार्रवाई का डर दिखाया। फिर उसके खाते का ब्योरा व आधार-पैनकार्ड लेकर इस ठगी को अंजाम दिया। मामले में साइबर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
महानगर के क्वार्सी निरंजनपुरी इलाके की युवती एनसीआर की आईटी कंपनी में जॉब करती है। बुधवार को वह घर पर मौजूद थी। तभी दोपहर में उसके मोबाइल पर कॉल आई। उधर से मुंबई पुलिस व नारकोटक्सि के अधिकारी के तौर पर बात करते हुए उसे डरा-धमकाकर पहले स्पाईवीडियो कॉल पर लिया। फिर उसे बताया कि उसके बैंक खाते, आधार-पैन कार्ड का प्रयोग डायबिटीज की प्रतिबंधित दवाओं की वियतनाम तक आपूर्ति व एमडीएम नामक ड्रग्स के अवैध धंधे में हो रहा है। तुम्हारे खिलाफ नारकोटक्सि कार्रवाई करेगी। यह सुन युवती डर गई। उसे कॉल पर ही रखते हुए उसके आईसीआईसीआई बैंक खाते की डिटेल ले ली।
चूंकि वह आई-मोबाइल के जरिये ऑनलाइन बैंकिंग करती है तो उसकी डिटेल भी ले ली। साथ में आधार व पैनकार्ड भी ले लिया। फिर उसके खाते पर आई मोबाइल के जरिये ही साढ़े नौ लाख रुपये का आनन-फानन पर्सनल लॉन कराया गया। इस दौरान जो ओटीपी युवती के मोबाइल पर आए, वह भी उसने डर में हैकरों को बता दिए। बाकी साढ़े छह लाख पहले से उसके खाते में थे। इस तरह पूरे सोलह लाख रुपये अवैध धंधे से जुड़ा ट्रांजक्शन बताते हुए पुणे के एक खाते में तत्काल ट्रांसफर कर दिए गए। इस तरह पूरे साढ़े चार घंटे तक युवती डिजिटल अरेस्ट रही।
उसे मुंबई पुलिस की ओर से जारी कुछ फर्जी रसीद भेजी गईं और कॉल कट गई। इसके बाद जब उसने जांच की तो पता चला कि उसके खाते पर पर्सनल लॉन लिया गया है। तब उसे ठगी का अहसास हुआ। मामले में तत्काल साइबर थाने शिकायत दी गई। इंस्पेक्टर साइबर थाना सुरेंद्र कुमार के अनुसार बृहस्पतिवार को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया गया है। अभी तक जांच में पुणे के एक खाते में पूरा रुपया ट्रांसफर होना पाया गया है। जिसे फ्रीज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
कमरे में आई मां तो डांटकर भगाया
जिस समय युवती स्पाई वीडियो कॉल पर डिजिटल अरेस्ट मुद्रा में थी। उस बीच एक बार उसकी मां भी उसके कमरे में आ गई। इस पर उधर से बात कर रही महिला व उसके साथी पुरुष ने युवती को डांटा और कहा कि मां को बाहर करो। इस पर खुद युवती ने अपनी मां को डांटकर कमरे से बाहर कर दिया। उस समय मां ने भी समझा कि कंपनी से जुड़ा कोई विशेष काम कर रही होगी। बाद में परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई।
क्या है स्पाई कॉल
किसी भी साइबर अपराध में मोबाइल फोन नंबर से होने वाली कॉल को या इंटरनेट से होने वाली कॉल को लोकेशन, आईपी एड्रेस से पता किया जा सकता है। मगर स्पाई कॉल को ट्रैस करना तकनीकी रूप से जोखिम भरा काम होता है। इसमें काफी देरी लगती है। क्योंकि ये एप के जरिये होती है।
एसएसपी, संजीव सुमन ने कहा कि साइबर टीमें लगातार लोगों को जागरूक करने का काम कर रही हैं। फिर भी लोग इस तरह की कॉल पर झांसे में आकर ठगी का शिकार हो रहे हैं। ऐसे मामलों में साइबर टीम लगातार कार्रवाई भी कर रही है। इसमें सबसे ज्यादा जरूरत सतर्क व जागरूक रहने की है। किसी भी कॉल पर जांच के बाद ही जानकारी देने की है।