Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP Canal Kanpur branch closed for 49 days in 12 Districts including Mainpuri For Cleaning

49 दिन मैनपुरी सहित 12 जिलों में निचली नहर की कानपुर ब्रांच रहेगी बंद, होगी पानी की किल्लत

यूपी में 49 दिन मैनपुरी सहित 12 जिलों में कानपुर ब्रांच नहर बंद रहेगी। सिल्ट सफाई तथा अन्य कार्यों के लिए पानी नहीं छोड़ा जाएगा। पानी की समस्या रहेगी, चार बिजली प्लांट को आपूर्ति नहीं मिलेगी। कानपुर ब्रांच नहर मैनपुरी में 88 किमी. सीमा से होकर गुजरती है।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान, मैनपुरी, मनोज चतुर्वेदीFri, 4 Oct 2024 06:50 AM
share Share

निचली गंगनहर कानपुर ब्रांच 12 अक्टूबर को आधी रात से 30 नवंबर तक बंद रहेगी। इस दौरान नहर, रजवाह और इससे जुड़ी अल्पिकाओं की सिल्ट सफाई के कार्य कराए जाएंगे, अन्य कार्य भी होंगे। 30 नवंबर के बाद नहर में फिर से पानी छोड़ा जाएगा। इस आदेश के बाद नहर, रजवाह और इससे जुड़े कुलावों में पानी की व्यवस्था नहीं होगी। इस फैसले से मैनपुरी सहित प्रदेश के 12 जिलों के किसानों को पानी नहीं मिलेगा। पनकी कानपुर, एनटीपीसी औरेया को होने वाली पानी की आपूर्ति भी बंद रहेगी।

कानपुर ब्रांच नहर और इससे जुड़ी इटावा ब्रांच नहर के पानी से जनपद की लाखों हेक्टेयर फसलों की सिंचाई होती है। इन दोनों नहरों से मैनपुरी जनपद में एक दर्जन से अधिक रजवाहे, दो दर्जन से अधिक अल्पिकाएं भी जुड़ी हुई हैं। जिनके पानी के जरिए किसानों को अपनी फसलों की सिंचाई करने का मौका मिलता है। ये नहर हर साल सफाई के लिए बंद की जाती है। इस बार इस नहर को 5 अक्टूबर से बंद करने का फैसला किया गया था लेकिन स्थानीय किसानों के अनुरोध पर अब नहर को सात दिन बाद यानि 12 अक्टूबर को अगले 49 दिनों के लिए बंद किया जाएगा।

ये भी पढ़ें:मिर्जापुर में भीषण सड़क हादसा, ट्रक और ट्रैक्टर की भिड़ंत से 10 की मौत, 3 घायल

सफाई के दृष्टिगत लिया गया फैसला
इस दौरान किसानों को असुविधा तो होगी लेकिन सिल्ट सफाई तथा अन्य कार्यों के दृष्टिगत विभाग ने ये फैसला किया है। यानि रबी की सीजन की तैयारी कर रहे किसानों को फसलों की सिंचाई करने के लिए नहर, रजवाहों और अल्पिकाओं के स्थान पर पानी की व्यवस्था के दूसरे विकल्प तलाशने होंगे। इस संबंध में डीएम मैनपुरी को भी पत्र भेज दिया गया है।

इन जिलों के किसानों को होगी परेशानी
मैनपुरी, एटा, कासगंज, फर्रुखाबाद, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कन्नौज, फतेहपुर, कौशांबी, इटावा, भोगनीपुर, दिबियापुर के अलावा एनटीपीसी औरेया, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री कानपुर, मुख्य अभियंता पनकी पावर हाउस, मुख्य नगर अधिकारी कानपुर आदि।

इन बिजली घरों को मिलता है पानी
नरौरा एटमिक पावर प्लांट, जवाहर थर्मल पावर प्लांट, पनकी पावर हाउस, एनटीपीसी दिबियापुर

नहर से इन स्थानों को मिलता है पेयजल
फिरोजाबाद को 50 क्यूसेक, फील्डगन फैक्ट्री कानपुर को 5 क्यूसेक, कानपुर नगर को 40 क्यूसेक, गुजैनी वाटर वक्र्स को 40 क्यूसेक, आर्डीनेंस फैक्ट्री कानपुर को 8 क्यूसेक, कानपुर फर्टिलाइजर को 15 क्यूसेक, गेलपाता प्लांट को 17 क्यूसेक

नहर से इन शाखाओं को भी मिलता है पानी
फर्रुखाबाद शाखा, बेवर शाखा, कानपुर शाखा, इटावा शाखा, भोगनीपुर शाखा, पश्चिमी इलाहाबाद शाखा, फतेहपुर शाखा

फैक्ट फाइल
- 481628 हेक्टेयर खरीफ की फसलों को मिलता है पानी
- 420610 हेक्टेयर रबी की फसलों को मिलता है पानी
- 8500 क्यूसेक नहर में रहता है पानी
- 8182.977 किमी. इलाके की फसलों को मिलता है पानी
- बुलंदशहर के नरौरा बैराज से शुरू होकर घाटमपुर तक जाती है नहर- 10.42 लाख हेक्टेयर कृषि योग्य जमीन की होती है सिंचाई

अधीक्षण अभियंता नहर, राजीव कुमार ने कहा कि निचली गंग नहर 12 अक्टूबर की रात 12 बजे से 30 नवंबर 2024 तक बंद रहेगी। इसके बाद नहर विधिवत चालू कर दी जाएगी और पानी का इंतजाम भी हो जाएगा।

अगला लेखऐप पर पढ़ें