श्मशान घाट में पूर्व बीडीसी ने जली चिता से चोरी की अस्थियां, बताया- भैंस के लिए ले गया
आगरा के फतेहपुरसीकरी में श्मशान घाट से पूर्व बीडीसी ने जली चिता से अस्थियां चोरी कर ली। उसे अस्थियां ले जाते हुए किसी ने देख लिया। मामले में पंचायत बैठी तो उसने अस्थी चुराने की बात कबूल की और बताया कि भैंस के लिए ले गया था।
यूपी के आगरा में थाना फतेहपुरसीकरी क्षेत्र के दूरा गांव में श्मशान घाट से जली चिता से अस्थियां चोरी होने का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। अस्थियां चोरी होने से मृतक के परिवार में हड़कंप मच गया। छानबीन हुई तो गांव के ही एक व्यक्ति का नाम सामने आया। पंचायत में इस व्यक्ति ने अस्थियां चोरी करना कुबूला। सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी।
जानकारी के मुताबिक दूरा निवासी 50 वर्षीय मुरारी माहौर पुत्र देवा लाल भगत की सात अगस्त को मृत्यु हो गई थी। परिजनों ने श्मशान घाट जाकर मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया। अगले दिन सुबह परिजन अस्थियां लेने शमशान पहुंचे तो वहां देखा कि जली हुई चिता से अस्थियां गायब थीं। उन्होंने अस्थियां गायब होने की जांच की। तब एक ग्रामीण का नाम प्रकाश में आया। उसे किसी ने चिता से अस्थियां ले जाते हुए देख लिया था। इस मामले को गांव में पंचायत बैठी।
पंचायत ने संबंधित व्यक्ति को बुलाया गया। उससे पूछताछ की गयी। पंचायत में उसने अस्थियां ले जाने की बात कुबूली। बताया कि वह अस्थियों को भैंस के इलाज के लिए ले गया था। भरी पंचायत में उसने माफी मांगी। मामले में आरोपी पूर्व बीडीसी है। उसने पंचायत के सामने कबूल कर लिया कि अपनी भैंस के इलाज के लिए उसने श्मशान से अस्थियां चुराई थीं। इस पर उसे आरोपी मानते हुए माफी मांगने की सजा सुनाई गई। मामले में आरोपी के माफी मांगने पर दोनों पक्षों में समझौता करवा कर मामला खत्म किया गया। पीड़ित पक्ष ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करवाई है।