देवरिया में कांग्रेस जिलाध्यक्ष और उनके दो भाइयों पर दर्ज हुआ हत्या का केस, जानें पूरा मामला
- देवरिया के रहने वाले एक दुकानदार की गोरखपुर AIIMS में मौत के बाद शनिवार को उसके परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने गांव के सामने सड़क पर शव रखकर मईल-मुसैला मार्ग जाम कर दिया। पुलिस ने इस मामले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष और उनके दो भाइयों के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज किया है।
Murder case against Congress District President: यूपी के देवरिया जिले के मईल थाना क्षे़त्र के चकरा गोसाई के रहने वाले एक दुकानदार की गोरखपुर एम्स में मौत के बाद शनिवार को उसके परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने गांव के सामने सड़क पर शव रखकर मईल-मुसैला मार्ग जाम कर दिया। पुलिस ने इस मामले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष और उनके दो भाइयों के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। तीन घंटे बाद जाम समाप्त हुआ। इस बारे में कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया, जबकि उनके भाई ने आरोप को निराधार बताया है।
चकरा गोसाई के गया मद्देशिया (56) गांव में ही किराने की दुकान चलाते थे। उनका दो मंजिला पुराना मकान चकरा गांव में मुख्य मार्ग पर है। कुछ दिन पूर्व गया मद्देशिया उस मकान की मरम्मत करा रहे थे। आरोप है कि गांव के पूर्व प्रधान गणेश गिरी, उनके भाई और कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रामजी गिरी और भगवान गिरी ने काम रोक दिया।
पूर्व प्रधान पर हत्या की धमकी का आरोप
पुलिस ने कांग्रेस जिला अध्यक्ष और उनके दो भाइयों पर गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। आरोप है कांग्रेस अध्यक्ष और उनके भाइयों ने दुकानदार गया मद्देशिया के मकान का निर्माण का काम रोकवा दिया। मकान बनवाने के एवज में दो लाख रुपये की मांग की।
गया मद्देशिया ने पैसा देने से मना किया तो पूर्व प्रधान ने अपशब्दों का प्रयोग करते हुए पिस्टल से मारने की धमकी दी। आरोप है कि इस सदमें से 12 नवंबर को गया की तबीयत खराब हो गई। एम्स गोरखपुर में इलाज के दौरान शनिवार को गया मद्देशिया की मौत हो गई। इससे आक्रोशित परिजनों ने चकरा गोसाई में मईल-मुसैला मार्ग पर शव रखकर सड़क जाम कर दिया। आक्रोशित भीड़ पूर्व प्रधान और उनके भाइयों के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की। पुलिस ने जाम समाप्त कराया। सांसद रमाशंकर विद्यार्थी, भाजपा विधायक दीपक मिश्र शाका भी पहुंचे और भरोसा दिलाया।
क्या बोली पुलिस
बरहज के क्षेत्राधिकारी आदित्य गौतम ने बताया कि एक व्यक्ति की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया था। वे एक पूर्व प्रधान और उनके दो भाइईयों पर उत्पीड़न का आरोप लगा रहे थे। समझा-बुझाकर जाम समाप्त करा दिया गया।