Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़tourist came to see taj mahal dressed as shiva cisf made him deposit trishool damaroo allowed him to see the taj mahal

शिव रूप में ताज देखने पहुंचा पर्यटक, CISF ने त्रिशूल-डमरू जमा करवा निगरानी में कराया दीदार

  • आदि शिव शनिवार की शाम 4:45 बजे ताजमहल के पूर्वी गेट पर पहुंचे थे। आदि शिव के हाथ में त्रिशूल, डमरू और कमर पर श्रृंगी लटकती देख बरबस ही लोगों की निगाहें उन पर टिक गईं। गेट पर तैनात एएसआई के कर्मचारियों और सीआईएसएफ के जवानों ने उन्‍हें वहीं रोक दिया।

Ajay Singh लाइव हिन्दुस्तानSun, 16 March 2025 09:19 AM
share Share
Follow Us on
शिव रूप में ताज देखने पहुंचा पर्यटक, CISF ने त्रिशूल-डमरू जमा करवा निगरानी में कराया दीदार

मध्‍य प्रदेश के नर्मदाघाट के रहने वाले आदि शिव शनिवार को ताजमहल देखने पहुंचे। जब वह प्रवेश के लिए लाइन में लगे थे तो सीआईएसएफ के जवानों की नजर उनकी वेशभूषा पर गई। आदि शिव भगवान शिव के स्वरूप में थे। उनके हाथ में त्रिशूल और डमरू दिखा। इस पर उनसे कहा गया कि त्रिशूल और डमरू अंदर ले जाने की अनुमति नहीं है। इनको जमा कराने के बाद उन्हें प्रवेश दिया गया। आदि शिव ने कहा कि वह ताजमहल इसलिए देखने आए हैं कि दुनियाभर के लोग यहां आते हैं। आखिर ताजमहल में है क्या।

आदि शिव शनिवार की शाम 4:45 बजे ताजमहल के पूर्वी गेट पर पहुंचे थे। आदि शिव के हाथ में त्रिशूल, डमरू और कमर पर श्रृंगी लटकती देख बरबस ही लोगों की निगाहें उन पर टिक गईं। गेट पर तैनात भारतीय पुरातत्‍व सर्वेक्षण (एएसआई) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों ने उन्‍हें वहीं रोक दिया। आदि शिव से कहा गया कि उन्‍हें त्रिशूल और डमरू के साथ ताजमहल में प्रवेश नहीं दिया जा सकता है। जवानों के कहने पर आदि शिव त्रिशूल और डमरू वहां जमा कराने को तैयार हो गए।

ये भी पढ़ें:नेहा के जाल में ऐसा फंसा कि कुछ न रहा ख्‍याल, ISI एजेंट को सूचनाएं देता चला गया

इसके बाद उन्‍होंने वहीं पर त्रिशूल और डमरू जमा करा दिया। सीआईएसएफ ने सुरक्षा निगरानी में उन्‍हें ताजमहल का दीदार कराया। एक पर्यटक को शिव के भेष में घूमते देख वहां मौजूद पर्यटक आश्‍चर्य से भर गए। कई पर्यटकों ने आदि शिव के साथ तस्‍वीरें भी खिंचवाईं।

ताज के मुख्य गुंबद पर लगा मधुमक्खी का छत्ता हटाया गया

ताजमहल के मुख्य गुंबद के आर्च में काफी समय से लगे मधुमक्खी के छत्ते को हटवा दिया गया है। अब पर्यटकों को कुछ राहत महसूस हो रही है। साथ ही मुख्य गुंबद का चेहरा भी ठीक लगने लगा है। आपके अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने दो दिन पहले मुख्य गुंबद के चेहरे को बिगाड़ने वाले मधुमक्खी के छत्ते की खबर को प्रकाशित किया था। इस खबर के प्रकाशित होने के बाद एएसआई के अधिकारी जागे। उन्होंने इस छत्ते को हटवा दिया।

ये भी पढ़ें:होली पर नशे में धुत चेयरमैन के बेटों ने दरोगा को पीटा, वर्दी फाड़ डाली

छत्ते के कारण पर्यटकों को काफी परेशानी हो रही थी। मधुमक्खियों के उड़ने के कारण पर्यटकों को काटे जाने का भी खतरा बना हुआ था। अब मधुमक्खी के छत्ते को हटवा दिए जाने के कारण कुछ राहत मिली है। अब पर्यटकों को कुछ राहत महसूस हो रही है। साथ ही मुख्य गुंबद का चेहरा भी ठीक लगने लगा है। वहीं मधुमक्खियों ने यमुना किनारे की और मुख्य गुंबद के आर्च में अपना नया ठिकाना बनाना शुरू कर दिया है। ताजमहल के वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी का कहना है कि इसे भी जल्द हटवा दिया जाएगा। पर्यटकों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।