1.36 लाख बिजली उपभोक्ताओं के साथ हो गई गड़बड़, 21 जिलों में बढ़ी परेशानी
- शहरी इलाकों में रहने वाले उपभोक्ताओं को भी गलत बिजली बिल बांटे जा रहे हैं। वाराणसी जोन प्रथम में 953 तथा वाराणसी जोन द्वितीय के चंदौली, गाजीपुर और जौनपुर जिले में 17629 उपभोक्ता गलत बिल सही कराने के लिए इधर उधर भटक रहे हैं।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम से जुड़े 21 जिलों के करीब एक लाख 36 हजार 474 उपभोक्ताओं को गलत बिजली बिल का ‘करंट’ लगा है। इन उपभोक्ताओं को आरडीएफ (रीडिंग डिफेक्टिव) बिल भेजे गए हैं। अब इन बिलों को ठीक कराने के लिए उपभोक्ता परेशान हैं। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड के आंकड़ों के अनुसार प्रदेशभर में 2 लाख 4 हजार 624 लोगों को गलत बिल मिले हैं। इनमें पूर्वांचल डिस्कॉम टॉप पर है। मध्यांचल में 54473, दक्षिणांचल में 4082, पश्चिमांचल में 1994 और केस्को से 7624 उपभोक्ताओं को गड़बड़ बिजली बिल भेजे गए हैं।
शहरी इलाकों में भी गलत बिल
शहरी इलाकों में रहने वाले उपभोक्ताओं को भी गलत बिजली बिल बांटे जा रहे हैं। वाराणसी जोन प्रथम में 953 तथा वाराणसी जोन द्वितीय के चंदौली, गाजीपुर और जौनपुर जिले में 17629 उपभोक्ता गलत बिल सही कराने के लिए इधर उधर दौड़ रहे हैं। प्रयागराज जोन द्वितीय में 33662, गोरखपुर जोन द्वितीय में 23202, आजमगढ़ जोन में 24662, बस्ती जोन में 23520 तथा मिर्जापुर जोन में 9553 उपभोक्ताओं को उटपटांग बिल भेजे गए हैं।
2.91 लाख बिजली मीटर भी खराब
पूर्वांचल के 21 जिलों में 2.91 लाख बिजली मीटर खराब हैं। आजमगढ़ में सबसे अधिक 39316 मीटर, जबकि वाराणसी जोन प्रथम में 2340, गाजीपुर में 2573, फहतेपुर में 15110, प्रयागराज में 11284, महाराजगंज में 1187, प्रयागराज में 1628, बलिया में 5188, मऊ में 33356, चंदौली में 1630, मिर्जापुर में 3948 मीटर खराब हैं।
क्या है आरडीएफ
अगर इस महीने की बिजली की मीटर रीडिंग पिछले महीने से ज्यादा है तो बिल की गणना आरडीएफ के आधार पर की जाती है। जैसे अगर पिछले महीने की रीडिंग सौ यूनिट थी, मीटर रीडर ने 50 यूनिट पोस्ट कर दी, तो खपत नेगेटिव आती है। इस स्थिति में बिल आरडीएफ के आधार पर बनता है। इसे विभाग सुधारता भी है।
क्या बोले अधिकारी
पूर्वांचल डिस्कॉम के कार्मिक एवं प्रशासन आरके जैन ने कहा कि मीटर रीडर गलत रीडिंग भर देते हैं इसलिए आरडीएफ बिल बन जाते हैं। इसमें सुधार के लिए जेई, एसडीओ की टीमें लगाई गई हैं। इसमें काफी हद तक सुधार हुआ है। लापरवाही करने वाले 300 मीटर रीडरों को हटा दिया गया है।