Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Textile parks will be built 11 district UP including Gorakhpur Mau Bhadohi Aligarh

गोरखपुर, मऊ, भदोही, अलीगढ़ समेत यूपी के 11 जिलों में होगा ये काम, दूसरे देशों नहीं होना पड़ेगा निर्भर

  • उत्तर प्रदेश को टेक्सटाइल हब बनाने के लिए 11 नए निजी टेक्सटाइल पार्क बनाए जाएंगे। यह टेक्सटाइल पार्क गोरखपुर, मऊ, भदोही, अलीगढ़, बागपत और शामली आदि जिलों में बनाए जाएंगे।

Dinesh Rathour हिन्दुस्तान, लखनऊ, विशेष संवाददाताTue, 5 Nov 2024 07:55 PM
share Share

उत्तर प्रदेश को टेक्सटाइल हब बनाने के लिए 11 नए निजी टेक्सटाइल पार्क बनाए जाएंगे। यह टेक्सटाइल पार्क गोरखपुर, मऊ, भदोही, अलीगढ़, बागपत और शामली आदि जिलों में बनाए जाएंगे। इससे चीन सहित अन्य देशों या दूसरे प्रदेशों से यूपी को रॉ मटेरियल आदि मंगाने के लिए निर्भर नहीं होना पड़ेगा।

शामली जिले में 726 करोड़ की लागत से प्रदेश का पहला निजी टेक्सटाइल पार्क स्थापित किया जाएगा। प्रमुख सचिव हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग आलोक कुमार ने बताया कि प्रदेश में 11 निजी टेक्सटाइल पार्क की स्थापना से रॉ मटेरियल से लेकर विभिन्न वस्त्र आदि बनाए जाएंगे।

लेटर ऑफ कंफर्ट हुआ जारी

उत्तर प्रदेश वस्त्र एवं गारमेंटिंग नीति- 2022 के तहत प्रमुख सचिव हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग आलोक कुमार की अध्यक्षता में शासकीय स्वीकृति समिति की बैठक में निजी टेक्सटाइल पार्क के विकास के लिए आयनेक्स टेक्सटाइल पार्क प्राइवेट लिमिटेड सैद्धान्तिक स्वीकृति दी गई। पार्क के निवेशकर्ता द्वारा करीब 126.61 करोड़ रुपये की लागत से आवश्यक अवस्थापना सुविधाओं को विकसित किया जाएगा। पार्क अगले साल दिसम्बर तक क्रियाशील होगा, जिसमें 600 करोड रुपये का निवेश और 5000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।

17 इकाइयां लगेंगी, यह होंगी सुविधाएं

प्रस्तावित पार्क शामली के कैराना तहसील के गांव झिंझाना में 26.75 एकड़ भूमि पर बनेगा, जिसमें वीविंग, डाईंग, प्रिंटिंग और गारमेंटिंग इकाइयों सहित कुल 17 इकाइयां लगेंगी। पार्क में प्रशासनिक भवन, बैंक/एटीएम, प्रशिक्षण एवं परीक्षण केंद्र, विश्राम गृह, कैंटीन, फर्स्ट एड सेंटर जैसी सामान्य सुविधाओं के साथ-साथ डामर सड़क नेटवर्क (स्ट्रीट लाइटिंग के साथ), जल आपूर्ति प्रणाली, सीवरेज सिस्टम, वर्षा जल निकासी प्रणाली, सीवेज उपचार संयंत्र, जीरो लिक्विड डिस्चार्ज, संयुक्त अपशिष्ट उपचार संयंत्र बॉयलर, जल और भाप वितरण प्रणाली, विद्युत वितरण प्रणाली एवं वेट ब्रिज जैसी सामान्य बुनियादी सुविधाएं भी होंगी।

अगला लेखऐप पर पढ़ें