20 शिक्षकों पर लटकी बर्खास्तगी की तलवार, BSA ने सेवा समाप्ति की वार्निंग के साथ दिया अंतिम मौका
- ये शिक्षक बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट स्कूलों पर तैनात हैं। ये सब लंबे समय से ड्यूटी से गैरहाजिर चल रहे हैं। BSA ने उन्हें सेवा समाप्ति की कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में 20 शिक्षकों पर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है। ये शिक्षक बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट स्कूलों पर तैनात हैं। ये सब लंबे समय से ड्यूटी से गैरहाजिर चल रहे हैं। इनकी रिपोर्ट को बीएसए ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने ऐसे शिक्षकों को अंतिम अवसर देते हुए 15 दिवस के भीतर विद्यालय पर उपस्थित होने का निर्देश दिया है। अन्यथा की स्थिति में सेवा समाप्ति की कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे शिक्षकों में बढ़नी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय उतरौला के बृजेंद्र सिंह, प्राथमिक विद्यालय पकड़हिवा के संदीप द्विवेदी, प्राथमिक विद्यालय प्रतापपुर के राकेश प्रताप सिंह, प्राथमिक विद्यालय तिरछहवा के राकेश चौहान, प्राथमिक विद्यालय सेमरहवा की सुमन, प्राथमिक विद्यालय कोटिया के संतोष कुमार पांडेय शामिल हैं। वहीं खेसरहा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय पचमोहनी की ममता चौहान, पूर्व माध्यमिक विद्यालय नगवा के प्रशांत उपाध्याय, प्राथमिक विद्यालय निखोरिया के मायापति त्रिपाठी, मिठवल के प्राथमिक विद्यालय रामनगर की लक्ष्मी चौहान, भनवापुर के प्राथमिक विद्यालय बघहमरवा के विनय कुमार, डुमरियागंज के प्राथमिक विद्यालय भालूकोनी की नीतू सिंह भी हैं। कंपोजिट विद्यालय परसा जमाल के नरेंद्र कुमार मिश्र, कंपोजिट विद्यालय बेंवा हुसेन की सायरा खातून, कंपोजिट विद्यालय भानपुर मस्जिदिया के निशांत राजू, पूर्व माध्यमिक विद्यालय समड़ा के धर्मेन्द्र कुमार सिंह, खुनियांव के प्राथमिक विद्यालय पारसडीह के राजेंद्र सिंह, उस्का बाजार के पूर्व माध्यमिक विद्यालय दतरंगवा की विदुशी शर्मा, लोटन क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय खखरा के अजय कुमार तिवारी, जोगिया के पूर्व माध्यमिक विद्यालय खेतवल मिश्र की श्वेता मिश्रा शामिल हैं।
बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि संबंधित ब्लॉकों के खंड शिक्षा अधिकारियों की ओर से प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर अंतिम अवसर देते हुए 15 दिन के भीतर विद्यालयों में उपस्थिति के साथ ही स्पष्टीकरण बीएसए कार्यालय में देने के लिए निर्देश दिए गए हैं।