Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Students offered namaz without permission in IIMT case filed after protest by Hindu organizations

IIMT में बिना इजाजत के छात्रों ने पढ़ी नमाज, हिंदू संगठनों के विरोध के बाद केस दर्ज, छात्र समेत 3 सुरक्षाकर्मी सस्पेंड

मेरठ जिले में स्थित आईआईएमटी में छात्रों द्वारा बिना इजाजत के सामूहिक नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। वीडियो वायरल होते ही हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। जिसके बाद अब पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

Pawan Kumar Sharma भाषा, मेरठSat, 15 March 2025 07:02 PM
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IIMT में बिना इजाजत के छात्रों ने पढ़ी नमाज, हिंदू संगठनों के विरोध के बाद केस दर्ज, छात्र समेत 3 सुरक्षाकर्मी सस्पेंड

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में स्थित एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी में छात्रों द्वारा बिना इजाजत के सामूहिक नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। वीडियो वायरल होते ही हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। जिसके बाद अब पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है। वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक छात्र समेत तीन सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।

पुलिस ने शनिवार को बताया कि आईआईएमटी विश्वविद्यालय के छात्र खालिद प्रधान उर्फ खालिद मेवाती की ओर से सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किए जाने के बाद यह घटना सुर्खियों में आई। वीडियो में छात्र विश्वविद्यालय परिसर में नमाज अदा करते दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय हिंदू समूहों ने इस घटना को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले को लेकर खालिद प्रधान और तीन सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया है।

गंगा नगर थाने के प्रभारी अनूप सिंह ने बताया कि कार्तिक हिंदू नामक व्यक्ति की शिकायत पर खालिद मेवाती के इंस्टाग्राम पेज खालिद प्रधान के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। स्थानीय हिंदू समूह बड़ी संख्या में छात्रों के शामिल होने और होली के त्योहार के दौरान सोशल मीडिया पर जानबूझकर वीडियो को साझा किए जाने का हवाला देते हुए खालिद की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

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वहीं, विश्वविद्यालय के प्रवक्ता सुनील शर्मा ने कहा कि आंतरिक जांच में पाया गया है कि प्रशासन की इजाजत के बिना परिसर में नमाज पढ़ने और इसका वीडियो वायरल करने का उद्देश्य विश्वविद्यालय में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना प्रतीत होता है। थाना प्रभारी के मुताबिक, इस मामले में जांच समिति ने मुख्य आरोपी खालिद को उसका पक्ष रखने के लिए बुलाया था लेकिन वह उपस्थित नहीं हुआ। जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया। वहीं, तीन सुरक्षाकर्मियों को भी लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया है।

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