यूपीएससी की तैयारी कर रही छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम, ट्रेन से कटकर दे दी जान
- आजमगढ़ में एक छात्रा ने खौफनाक कदम उठा लिया। छात्रा नोएडा में रहकर आईएएस की तैयारी कर रही थी। छात्रा ने शुक्रवार की दोपहर सरायमीर थाना क्षेत्र के संजरपुर हाल्ट के पास ट्रेन से कटकर जान दे दी।
यूपी में आजमगढ़ में एक छात्रा ने खौफनाक कदम उठा लिया। छात्रा नोएडा में रहकर आईएएस की तैयारी कर रही थी। छात्रा ने शुक्रवार की दोपहर सरायमीर थाना क्षेत्र के संजरपुर हाल्ट के पास ट्रेन से कटकर जान दे दी। उसने हाथ पर पेन से लिखा था कि वह अपनी मर्जी से जान दे रही है। पांच दिन पूर्व ही वह नोएडा से घर आई थी। परिजनों के मुताबिक वह डिप्रेशन में थी। घर से किताब खरीदने लिए स्कूटी से निकली थी।
कप्तानगंज थाना क्षेत्र के बिलारी गांव निवासी 23 वर्षीय चंद्रकला यादव पुत्री हरिशंकर यादव इंटर की टॉपर छात्रा थी। उसे गणित से इंटर की परीक्षा में सर्वाधिक अंक मिलने पर पुरस्कृत किया गया था। चंद्रकला के भाई यशवंत यादव नोएडा में एक निजी कंपनी में इंजीनियर हैं। चंद्रकला ने अपने भाई के साथ नोएडा में रहकर दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढाई की। इसके बाद वह यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। पिता गांव के पास हेतुगंज बाजार में कपड़ा की दुकान चलाते हैं। चंद्रकला 27 जनवरी को नोएडा से घर आई थी। पिता ने बताया कि वह घर से क्षेत्र के मंझारी बाजार जाने के लिए स्कूटी से निकली थी।
करीब 35 किलोमीटर दूर सरायमीर थाना क्षेत्र के संजरपुर हाल्ट के पास पहुंची। बाग में स्कूटी खड़ी कर वह पैदल रेलवे ट्रैक की ओर चली गई। थोड़ी देर बाद आजमगढ़ से शाहगंज की तरफ जा रही ताप्ती गंगा एक्सप्रेस के आगे पटरी पर लेट गई। ट्रेन से कटकर उसकी मौत हो गई। घटना के बाद स्थानीय लोग पहुंचे। चंद्रकला के शव के पास उसका मोबाइल पड़ा था। कुछ देर बाद उसके मोबाइल पर फोन आया। स्थानीय लोगों ने फोन पर बातकर घटना की जानकारी दी। घटना की जानकारी होने पर चंद्रकला के मौसेरे भाई मुरली यादव ने मौके पर पहुंचकर पहचान की। सूचना पर पहुंची पहुंची पुलिस ने जांच कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
तीन साल से चल रही थी डिप्रेशन में
यूपीएससी की तैयारी करने वाली चंद्रकला तीन साल से डिप्रेशन में चल रही थी। पिता हरिशंकर यादव ने बताया कि पहले उसका दिल्ली स्थित एम्स में इलाज हुआ। आराम नहीं मिलने पर आजमगढ़ में एक निजी डॉक्टर के यहां इलाज चल रहा था। चंद्रकला दवा लेने के लिए दिल्ली से घर आई थी। वह दो भाई और एक बहन में छोटी थी।