अखिलेश यादव के भाई धर्मेंद्र यादव को 8,000 वोटों के करीबी अंतर से हराने वाले दिनेश लाल यादव 2019 के चुनाव में भी अखिलेश यादव के मुकाबले उतरे थे। तब उन्हें 2 लाख 60 हजार वोटों से हार झेलनी पड़ी थी।
तीसरी और सबसे अहम प्लेयर बसपा है, जिसने पूर्व विधायक उर्फ गुड्डू जमाली को मौका दिया है। कहा जा रहा है कि भले ही मुकाबला सपा और भाजपा के बीच दिख रहा है, लेकिन निर्णायक तो बसपा का ही उम्मीदवार होगा।
अहमदाबाद बम धमाकों के मामले में निचली अदालत के शुक्रवार के फैसले के बाद आजमगढ़ एक बार फिर चर्चा में है। जुलाई 2008 में अहमदाबाद में हुए बम धमाकों में 56 लोगों के मारे जाने की घटना में आजमगढ़ जिले के...