मेहनत कर लो बेटा, नहीं तो बेटियों के बराबर भी नजर नहीं आओगे, राज्यपाल आनंदीबेन की लड़कों को नसीहत
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि महिलाएं अब अन्य क्षेत्रों की तरह कृषि में भी आगे बढ़ रही हैं। राज्यपाल ने कहा कि जिनकों पदक मिले हैं और जिनको नहीं मिले हैं, सभी टॉपर हैं।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि सीएसए के दीक्षांत में 60 पदक दिए गए हैं, जिसमें 40 लड़कियों को मिले हैं। अन्य विश्वविद्यालयों में लड़कियां पहले से ही आगे हैं, अब कृषि में भी आगे निकल गई हैं। उन्होंने 20 पदक हासिल करने वाले लड़कों को विशेष अभिनंदन कहा। राज्यपाल ने कहा कि आपने कम से कम बेटियों को टक्कर तो दी। बोलीं-बेटा मेहनत कर लो, नहीं तो अगले आठ से 10 साल बाद बेटियों के बराबर तो दूर सूची से ही गायब हो जाओगे। दुनिया में कंपटीशन का दौर है। परिश्रम करो-नया सीखो, आगे आने का प्रयत्न करो और समय के साथ चलो, तभी कामयाबी मिलेगी।
बुधवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के 24वें दीक्षांत समारोह में अध्यक्षीय भाषण देते हुए आनंदीबेन ने कहा कि महिलाएं अब अन्य क्षेत्रों की तरह कृषि में भी आगे बढ़ रही हैं। कृषि में 60 से 70 फीसदी योगदान महिलाओं का हो चुका है। 48 फीसदी कृषि रोजगार में महिलाएं शामिल हैं, इसलिए कृषि विवि की शिक्षा में निरंतर बदलाव जरूरी है। राज्यपाल ने कहा कि वे प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के प्रति जागरूक करें। बोलीं-जब भी कानपुर आती हूं तो गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के प्रति जागरूक करती हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नमामि गंगे के माध्यम से गंगा को स्वच्छ किया। इस पहल को अमेरिका ने टॉप-10 पहल में स्थान दिया है। इससे हिलसा मछली, डॉल्फिन व कछुआ की प्रजातियों की संख्या में इजाफा हुआ है। अंत में राज्यपाल ने छात्रों से कहा कि हमेशा जीवन में खुश रहिए और दूसरों को भी खुश रखिए।
व्यावसायिक कृषि विशेषज्ञ तैयार करें विवि
राज्यपाल ने कहा कि विवि अब कृषि विशेषज्ञ नहीं बल्कि व्यावसायिक व तकनीकी कृषि विशेषज्ञ तैयार करें। वर्तमान में ड्रोन तकनीकी खेती में काफी कारगर साबित हो रही है। इसलिए विवि इसे बढ़ावा दें। ड्रोन का इस्तेमाल करना नहीं,बल्कि उसे बनाना भी सिखाएं। इससे समय, संसाधन व खर्च की बचत होगी। कहा कि विवि यूएसए, जॉर्डन, भूटान, बहरीन समेत छह देशों के साथ एमओयू को लेकर बात कर रहा है।
युवा शक्तिशाली बनें डिग्रीधारी नहीं
राज्यपाल ने कहा कि युवा शक्तिशाली बनें न कि सिर्फ डिग्रीधारी। मतलब डिग्री लेने के साथ हुनरमंद और अच्छा इंसान बनें। वे आत्मनिर्भर बनें, तभी देश का सपना आत्मनिर्भर बनना पूरा होगा। शिक्षकों को छात्रों और परिवार के सदस्यों को अपने बच्चों पर भरोसा रखने की सलाह दी।
राज्यपाल ने ये भी दिए सुझाव
-विवि अपने कैंपस में जल संरक्षण को बनाएं तालाब।
-विवि के हॉस्टल में मोटा अनाज का भोजन बनाया जाए।
-मोटे अनाज से बनी खाद्यान्न सामग्री की प्रदर्शनी लगाएं।
-छात्र-छात्राएं मोटे अनाज से तैयार करें नई रेसिपी।
-विवि छात्रों की रेसिपी को दें किताबों का रूप।
राज्यपाल बोलने पहुंची तो छात्र-छात्राएं काफी शोर मचा रहे थे। राज्यपाल ने छात्रों को डांट लगाई। कहा, आप लोगों को ही बोलना है तो मैं यहां से चली जाऊं। तब सभी छात्र शांत हो गए।
जयश्रीराम व हर-हर महादेव के जयकार
वंदे मातरम और राष्ट्रगान के बाद हर मेडल के बाद छात्रों ने हर-हर महादेव और जयश्रीराम के जयकारे लगाए।
दो या चार अंक से कुछ नहीं होता, सभी टॉपर हैं
राज्यपाल ने कहा कि जिनकों पदक मिले हैं और जिनको नहीं मिले हैं, सभी टॉपर हैं। एक, दो या चार अंक कम होने से कोई कमजोर या अधिक मेधावी नहीं बनता है। जीवन में अनेक मौके आते हैं, जब टॉप करने का मौका मिलता है।