पूरा देश पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना वायरस से लड़ रहा है : योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना से जंग में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। हिन्दुस्तान टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में उत्तर प्रदेश के...
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना से जंग में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। हिन्दुस्तान टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन के उपायों, प्रवासियों की चिंताओं और कोरोना को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताया।
प्रश्न- प्रति मिलियन कितने टेस्ट अब किए जा रहे हैं और वारयस को खत्म करने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं?
उत्तर- पूरा देश पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोनो वायरस से लड़ रहा है। हम मानवता को बचाने की लड़ाई में हैं। पिछले एक महीने में, एक लैब में केवल 200 टेस्ट किए जा सकते थे। आज 14 लैब हैं और 2,500 टेस्टिंग की जा रही हैं। उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्या है जहां पूल टेस्टिंग शुरू हो चुकी है। हमने हर जिले में हॉट स्पॉट की पहचान की और उन्हें सील किया।
प्रश्न- कई प्रवासी श्रमिक जो वापस आ गए हैं वे लॉकडाउन के बाद अपनी नौकरी पर वापस नहीं जा सकते हैं। राज्य हजारों बेरोजगारों की देखभाल कैसे करेगा?
उत्तर- लॉकडाउन के दौरान और इसके बाद, राज्य सरकार बुनियादी ढांचे और श्रम परियोजनाओं को गति देने की कोशिश करेगी जो कम समय में अधिकतम रोजगार प्रदान कर सके। इसके साथ ही, हम मनरेगा के तहत अधिक से अधिक मजदूर लाएंगे। राज्य सरकार अन्य योजनाओं पर भी काम कर रही है। हमने 11 समितियों का गठन किया है जो लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और रोजगार गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए नीति का ड्राफ्ट तैयार करेंगी।
प्रश्न- लॉकडाउन-2 राज्य की अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित करेगा?
उत्तर- हम एक दीर्घकालिक रणनीति पर काम कर रहे हैं। पीएम का संदेश 'जान भी, जहान भी' को ध्यान में रखकर नीतियां तैयार की जा रही हैं। एक्सप्रेसवे, राजमार्ग, पीडब्ल्यूडी, और अन्य विभागों के प्रमुख कार्यों पर निर्माण कार्य को फिर से शुरू करने के लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समिति का नेतृत्व कर रहे हैं। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता वाली एक समिति सिफारिशों की पेशकश करेगी, जिस पर राजस्व प्राप्ति, औद्योगिक क्षेत्र और एमएसएमई के उपायों को बनाए रखने के लिए आगे बढ़ना है। हमने यह सुनिश्चित करने के लिए भी काम शुरू किया है कि किसानों को कटाई में कोई समस्या न हो। हमने 15 अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद शुरू कर दी है।
प्रश्न- क्या ऐसे कोई सेक्टर हैं जिनमें आपको केंद्र सरकार की सहायता की आवश्यकता है?
उत्तर- पीएम द्वारा घोषित पैकेज से उत्तर प्रदेश को बड़ी राहत मिली है। आगे जो भी कदम उठाने की जरूरत है वह 11 समितियों की सिफारिशों पर निर्भर करेगा।
प्रश्न- लॉकडाउन के दौरान पुलिस कार्रवाई की शिकायतें थीं?
उत्तर- यूपी पुलिस एक सराहनीय काम कर रही है। लोग पुलिस का मानवीय चेहरा देखने आए हैं। अगर लॉकडाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति किसी निषिद्ध गतिविधि में शामिल हो जाता है, तो पुलिस कार्रवाई करेगी। तबलीगी जमात मामले में पुलिस आगे आई और उनके सहयोग की मांग की। लेकिन कई स्थानों पर, उन्हें प्रतिरोध का सामना करना पड़ा, इसलिए उन्होंने कम्युनिटी ट्रांसफर को रोकने के लिए कार्रवाई की।
प्रश्न- फूड सप्लाई चेन में कठिनाइयां हैं। पश्चिमी यूपी में गन्ना किसान बुआई के लिए तैयार थे। कोई दिक्कत न हो इसके लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
उत्तर- फूड सप्लाई में कोई समस्या नहीं है। हमारे पास पर्याप्त राशन है। जिसको राशन नहीं मिल है उन्हें दिया जा रहा। हमने किसानों को गन्ने की कटाई के लिए खेत में जाने की अनुमति दी है। बीज और खाद की दुकानें खोलने की भी अनुमति दी गई है। उत्तर प्रदेश में एक भी किसान को दिक्कत नहीं होगी।