Mulayam Singh : जब युवा कार्यकर्ता को हजारों के सामने नेता जी ने बताया अपना नेता
लायम सिंह यादव को याद करते ही महोना विधानसभा (अब बीकेटी) से दो बार विधायक रहे राजेन्द्र यादव की आंखे डबडबा जाती हैं। भरे गले से बोले नेता जी गरीबों के नेता थे।
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को याद करते ही महोना विधानसभा (अब बीकेटी) से दो बार विधायक रहे राजेन्द्र यादव की आंखे डबडबा जाती हैं। भरे गले से बोले नेता जी गरीबों के नेता थे। जमीनी समर्पित कार्यकर्ता की पहचान थी। तब सपा का गठन नहीं हुआ था। 1989 में मटियारी चौराहे पर हमने नेता जी स्वागत किया। इस सभा में नेता जी ने हजारों की भीड़ के सामने एलान किया .... राजेन्द्र हमारे युवा नेता हैं।
एक छोटे से कार्यकर्ता को भी वह अपना नेता मानते थे। ऐसे थे हमारे मुलायम सिंह। राजेन्द्र बताते हैं कि चार अक्टूबर 1992 को समाजवादी पार्टी का गठन हुआ। 1993 विधानसभा चुनाव में नेता जी ने तत्कालीन शिक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी (मौजूदा देश के रक्षा मंत्री) के सामने मुझ़ जैसे मामूली कार्यकर्ता को महोना से उतार दिया। बोले राजेन्द्र तुम जीतोगे और सपा ने जीत दर्ज की। वह बताते हैं अपने क्षेत्र में अस्पताल की समस्या लेकर वह नेता जी के पास पहुंचे। नेता जी ने तुरंत कहा प्रस्ताव बना कर दो। मैंने प्रस्ताव दिया और चंद महीनों में गोमती नगर के लोहिया अस्पताल की नीव पड़ गई।