टिकट कटने के बाद क्या है स्वामी की बेटी संघमित्रा का प्लान? बोलीं-यहां से चुनाव लड़ने को हूं तैयार
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की बदायूं बैठक में पहुंची मौजूदा सांसद डा. संघमित्रा मौर्य ने अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि BJP का शीर्ष नेतृत्व जो निर्णय लेगा, वह उसे मानेंगी।
Lok Sabha Election 2024: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की बैठक में पहुंची बदायूं की मौजूदा सांसद डा. संघमित्रा मौर्य ने अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व जो निर्णय लेगा, वह उसे मानेंगी। साफ कहा, शीर्ष नेतृत्व ने विश्वास किया तो वह मैनपुरी से चुनाव लड़ने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने जिस तरह 2019 में बदायूं में नारी शक्ति पर विश्वास किया था और कमल खिला था, वैसे ही मैनपुरी में भी निश्चित रूप से कमल खिलेगा।
मंगलवार को भाजपा कार्यालय पर बैठक के दौरान बदायूं की मौजूदा सांसद डॉ. संघमित्रा मौर्य ने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा कि बदायूं लोकसभा सीट से मेरे भाई दुर्विजय सिंह शाक्य चुनाव लड़ रहे हैं। मैं अपने भाई के साथ अंतिम दिन तक वह साथ रहूंगी और चुनाव लड़ाउंगी। स्वामी प्रसाद मौर्य के बदायूं आकर सपा के लिए प्रचार करने की बात पर संघमित्रा ने कहा कि पिता और उनकी अलग-अलग पार्टियां हैं। ‘मैं भाजपा में हूं तो उसकी बात करूंगी और भाजपा के साथ रहूंगी।’ पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि यदि पार्टी नेतृत्व उन्हें मैनपुरी से टिकट देता है तो वह क्या करेंगी। इसके जवाब में संघमित्रा ने कहा कि पार्टी का जो भी निर्णय होगा, वह उसे स्वीकार करेंगी। अगर पार्टी ने उन्हें मैनपुरी सीट से लड़ाया तो वह पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगी और मैनपुरी में कमल खिलाएंगी।
वायरल तस्वीर पर कहा कि बदायूं हमारा परिवार है
सपा नेताओं के साथ वायरल तस्वीर पर संघमित्रा ने कहा कि बदायूं हमारा परिवार है। कोरोना काल में मैं पीपीई किट पनहकर एक-एक मरीज से मिली और उनके दुख-दर्द को सुना। कभी-कभी महिलाएं भावुक भी हो जाती हैं, इसलिए नकारात्मक से ज्यादा सकारात्मक भी दिखाना चाहिए। स्वामी प्रसाद मौर्य के उन्हें बेटी कहने पर शर्म आने वाले बयान पर डा. संघमित्रा मौर्य ने कहा कि उस वक्त पिता ने क्या सोच-समझकर बयान दिया, इस पर वह कोई टिप्पणी नहीं करेंगी।