क्या चंद्रग्रहण की वजह से आया भूकंप? एक हफ्ते पहले अयोध्या के पुजारी ने की थी ये भविष्यवाणी; क्या है कनेक्शन
क्या चंद्रग्रहण और भूकंप में कोई कनेक्शन है? आचार्य सत्येंद्र दास ने चेताया था कि चंद्रग्रहण लगने की वजह से इसका प्रभाव राशियों पर पड़ता है। किसी पर सकारात्मक, किसी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
Chandra Grahan And Earthquack Connection: एक हफ्ते पहले (28 अक्टूबर को) वर्ष-2023 का आखिरी चंद्रग्रहण लगा था। इस दिन अयोध्या में श्रीरामजन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने चंद्रगहण लगने की वजह से देश और दुनिया में भूकंप और तूफान आने की संभावना जताई थी। शुक्रवार की देर रात जब वास्तव में भूकंप आया तो लोग इस भविष्यवाणी को याद कर एक-दूसरे से पूछने लगे कि क्या चंद्रग्रहण और भूकंप के बीच कोई कनेक्शन है? बता दें कि ऐसी जानकारी मान्यता पर आधारित होती है और 'लाइव हिंदुस्तान' इसकी पुष्टि नहीं करता है।
आचार्य सत्येंद्र दास ने चंद्रग्रहण के दिन चेताया था कि चंद्रग्रहण लगने की वजह से इसका प्रभाव विभिन्न राशियों पर पड़ता है। किसी पर सकारात्मक तो किसी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ज्योतिषाचार्य पंडित नरेन्द्र उपाध्याय कहते हैं कि चंद्रग्रहण के बाद भूकंप आने की आंशका रहती है। चंद्रमा जल तत्व है। चंद्रग्रहण जल और समुद्र को प्रभावित करता है।
पृथ्वी के नीचे भी तरल पदार्थ हैं जिसमें अधिकांशत: पानी होता है। च्रद्रग्रहण के समय चंद्रमा पृथ्वी के सबसे ज्यादा नजदीक होता है। इससे चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण बल समुद्री ज्वार को प्रभावित करता है और भूकंप का खतरा बढ़ जाता है। पहले भी चंद्रग्रहण के समय भूकंप की आशंकाएं व्यक्त की जाती रही हैं और चंद्रग्रहण के बाद भूकंप आया है।
देर रात हिल उठी धरती
शनिवार की देर रात यूपी, दिल्ली-एनसीआर, बिहार और उत्तराखंड समेत देश के कई हिस्सों में भूकंप के तेज झटकों से धरती हिल उठी। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई है। भूकंप का केंद्र नेपाल में था, जिसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। लोगों ने दो से तीन झटके महसूस किए। गनीमत है कि फिलहाल किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
भूकंप का पहला झटका देर रात 11 बजकर 32 मिनट पर महसूस किया गया। भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक भूकंप का केंद्र नेपाल के जाजरकोट जिले के पैंक गांव में था। लखनऊ में देर रात झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। हाईराइज सोसायटियों में लोग दहशत में आ गए और इन ऊंची इमारतों से नीचे उतरने के लिए आपाधापी मच गई। देखते देखते लोग सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करने लगे।