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सावन की शिवरात्रि और जुमे पर गरमाया विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी का विवाद, मुस्लिम समाज का धरना, देरी से नमाज

सावन की शिवरात्रि और जुमे के दिन शुक्रवार को काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद का विवाद गरमा गया। नमाजियों के लिए अलग से अस्थाई गेट बनाने का भारी विरोध हुआ। इससे नमाज भी देरी से अदा हो सकी।

Yogesh Yadav हिन्दुस्तान, वाराणसीFri, 2 Aug 2024 09:26 PM
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सावन की शिवरात्रि और जुमे के दिन शुक्रवार को काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद का विवाद गरमा गया। मुफ्ती-ए-बनारस मौ.अब्दुल बातिन नोमानी के नेतृत्व में मुस्लिम समाज के लोगों ने शुक्रवार को काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार के पास धरना दिया। वे अस्थायी गेट लगाने का विरोध कर रहे थे। डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी से बातचीत के बाद धरना समाप्त हुआ। इस कारण ज्ञानवापी में करीब एक घंटे की देरी से जुमे की नमाज हुई।

सुबह करीब 11 बजे से नमाजियों की भीड़ धाम के गेट नंबर चार पर जमा होने लगी। दोपहर 12.45 बजे मुफ्ती-ए-बनारस अब्दुल बातिन नोमानी कुछ लोगों के साथ गेट के पास धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि गुरुवार शाम यह कहा गया था कि गेट नहीं लगेगा, लेकिन रात में एडीएम सिटी इससे मुकर गए। गेट लगाकर नई परंपरा विकसित की जा रही है। जब तक हमारी मांग नहीं मानी जाएगी, नमाज नहीं होगी। इस दौरान करीब दो हजार लोगों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस अधिकारियों के समझाने पर भी वे नहीं माने।

इसके बाद डीसीपी सुरक्षा मस्जिद में गए और उन्होंने कहा कि अभी गेट नहीं लग रहा है। अगर भविष्य में लगेगा तो आप लोगों से बातचीत होगी। इसके बाद मुस्लिमों ने धरना खत्म किया। इस कारण 1:45 की जगह करीब एक घंटे की देरी से दोपहर 2: 45 बजे जुमे की नमाज पढ़ी गई। इससे पहले अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के सदस्यों ने डीसीपी का बयान भी रिकॉर्ड किया। 
 
मुझे लिखित दीजिए, मैं सक्षम अधिकारी नहीं हूं... 
डीसीपी सुरक्षा से मुफ्ती-ए-बनारस से कहा कि हमें लिखित दीजिए कि अभी गेट नहीं लग रहा है। इस पर डीसीपी कहा कि मैं सक्षम अधिकारी नहीं हूं। इस पर मुफ्ती ने कहा कि आप सक्षम अधिकारी को बुलाएं। अगर वे नहीं आएंगे तो आप मस्जिद में लोगों के सामने कहें कि गेट नहीं लगेगा। इसके बाद डीसीपी सुरक्षा मस्जिद में गए और मुस्लिम समाज के लोगों से बातचीत की।   

क्या है पूरा मामला 
गेट नंबर चार की बायीं ओर से वीआईपी तथा टिकट लेकर जाने वालों का प्रवेश और निकास होता है। इस दौरान ढलान वाली जगह पर विवादित परिसर के समीप गुरुवार को अस्थायी गेट बनाया जा रहा था। अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के लोगों ने इसका विरोध किया तो काम रोक दिया गया। कमेटी के अनुसार प्रशासन ने गेट के लिए लगे फ्रेम को रात में हटाने का आश्वासन दिया था। हालांकि मुफ्ती के अनुसार गुरुवार रात 12.30 बजे एडीएम सिटी ने कहा कि गेट लगेगा। बातिन ने कहा कि गेट से मस्जिद को खतरा है। इस कारण हम विरोध कर रहे हैं। जिला प्रशासन इस मामले में बार-बार अपना बयान बदल रहा है। 

कोर्ट ने कहा है नई परंपरा न हो: यासीन
अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने बताया कि कोर्ट ने कहा था कि नमाज में कोई व्यवधान नहीं होना चाहिए। कोई नई परंपरा विकसित नहीं होनी चाहिए लेकिन इसके बाद भी वहां पर गेट बन रहा था। हालांकि पुलिस-प्रशासन से बातचीत के बाद तय हुआ है कि गेट नहीं लगेगा।

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