VIDEO: ज्ञानवापी मामले में हिन्दू पक्ष आपस में भिड़ा, अधिवक्ताओं में चले लात-घूंसे
वाराणसी में ज्ञानवापी की सुनवाई के लिए कचहरी पहुंचे हिन्दू पक्ष के दो अधिवक्ता आपस में भिड़ गए। दोनों में हाथापाई शुरू हो गई। एक अधिवक्ता ने दूसरे को इतनी तेज लात मारी की वह गेट के बाहर आ गया।
ज्ञानवापी मामले में सुनवाई के लिए कचहरी पहुंचे हिन्दू पक्ष के दो अधिवक्ता आपस में भिड़ गए। दोनों में हाथापाई शुरू हो गई। एक अधिवक्ता ने दूसरे को इतनी तेज लात मारी की वह गेट के बाहर आ गया। इस दौरान दूसरे अधिवक्ता ने भी उसे थप्पड़ मारा तो दरवाजे से टकरा गया। अन्य अधिवक्ताओं ने किसी तरह बीच बचाव कर दोनों को अलग किया। कुछ घंटे बाद दोनों पक्षों ने आपस में समझौता कर लिया। अधिवक्ताओं के बीच हुई घटना का तब तक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
ज्ञानवापी के एक मामले को लेकर सुनवाई थी। हिन्दू पक्ष के दो अधिवक्ता इस दौरान आपस में ही बहस करने लगे। सुनवाई की अगली तिथि को लेकर अधिवक्ताओं में विवाद इतना बढ़ गया कि हाथापाई हो गई। दोनों में लात-घूसे चलने लगे। अधिवक्ताओं में मारपीट होते ही अफरातफरी मच गई। मामला पुलिस के पास पहुंचा तो बार पदाधिकारियों व वरिष्ठ अधिवक्ताओं के हस्तक्षेप पर दोनों पक्षों ने सुलह कर लिया। उधर 15 मई तक के लिए सुनवाई टल गई।
बताया जाता है कि सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट में शुक्रवार को 1991 के प्राचीन लार्ड काशी विश्वेश्वर मूल वाद में शैलेंद्र पाठक व जैनेंद्र पाठक की ओर से पक्षकार बनाने की अर्जी पर सुनवाई होनी थी। मगर शैलेंद्र की ओर से सुनवाई के लिए अगली तिथि की मांग की जाने लगी। इस पर दूसरे पक्ष से आपत्ति जताई। देखते ही देखत विवाद होने लगा दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए टूट पड़े।
करीब 15 मिनट आपाधापी की स्थिति हो गई थी। दोनों पक्ष एक दूसरे की शिकायत लेकर कचहरी पुलिस चौकी पहुंचे। हालांकि बाद में मामला का सुलह हो गया। इससे पहले भी ज्ञानवापी के दूसरे मामले में हिन्दू पक्ष के अधिवक्ताओं में ही विवाद सामने आ चुका है। इसे लेकर एक दूसरे पर आरोप भी लगाए गए। दोनों ओर से वार पलटवार भी चला।