UP Rain: यूपी में छाया मॉनसून, अगले 5 दिन भारी बारिश का अलर्ट; CM योगी ने डॉक्टरों के तबादले पर लगाई रोक
Rain in UP: दक्षिणी-पश्चिमी मानसून अब समूचे यूपी में सक्रिय हो गया है। राज्य के अधिकांश जिले मानसून की झमाझम बारिश से तर हो गए हैं। पिछले 24 घंटों में कहीं तेज तो कहीं कम बरसात दर्ज की गई है।
UP Monsoon: दक्षिणी-पश्चिमी मानसून अब समूचे यूपी में सक्रिय हो गया है। राज्य के अधिकांश जिले मानसून की झमाझम बारिश से तर हो गए हैं। पिछले 24 घंटों में कहीं तेज तो कहीं कम बरसात दर्ज की गई है। उधर, आकाशीय बिजली गिरने से रविवार को प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर 10 लोगों की जान चली गई।
देवरिया और गोरखपुर में दो-दो, जबकि संतकबीरनगर में एक किशोरी और कुशीनगर में एक बच्चे ने आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दम तोड़ दिया और 24 लोग झुलस भी गए। उधर, उन्नाव, हमीरपुर, महोबा और प्रयागराज के देहात क्षेत्र में एक-एक मौत हुई। बदायूं के बिसौली में बारिश के दौरान एक मकान की कच्ची छत भरभराकर गिर गई। मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई।
पिछले चौबीस घंटे में सर्वाधिक वर्षा झांसी में 33.4 मिलीमीटर दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून सक्रिय होने से अगले 24 घंटे में पूरे राज्य में वर्षा का क्रम जारी रहेगा। राज्य भर में दिन का तापमान 27 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा। मौसम विभाग को मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों में गाजीपुर, नानपारा, बलरामपुर, मैनपुरी, लखनऊ, हरदोई, उन्नाव, कानपुर, रायबरेली, आदि जिलों में आठ से 20 एमएम के बीच वर्षा दर्ज हुई। लखनऊ मौसम विभाग के मो. दानिश ने बताया कि दक्षिण-पश्चिमी मानसून ने पूरे यूपी को कवर कर लिया है। अगले पांच दिनों में राज्य के अधिकांश स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। गोरखपुर-बस्ती मंडल, कानपुर समेत अन्य इलाकों में भी बारिश हुई।
सीएमओ और डॉक्टरों के तबादलों पर मुख्यमंत्री ने तीन माह की रोक लगाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि बरसात बीमारियों की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के पूरे तंत्र को 24×7 अलर्ट मोड में रहना होगा। मुख्यमंत्री ने सीएमओ के तबादले पर रोक लगाते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि आगामी तीन माह की अवधि में स्वास्थ्य विभाग के तहत किसी सीएमओ व अन्य चिकित्सक का स्थानांतरण न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश का मौसम शुरू हो रहा है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान और स्कूल चलो अभियान का आयोजन भी होना है। हर किसी को सतर्क-सावधान रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य की आपातकालीन सेवाएं अलर्ट मोड में रहें।