यूपी निकाय चुनाव : BJP प्रदेश अध्यक्ष की प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला कार्यकर्ता ने टिकट बंटवारे पर उठाए सवाल
प्रियंका पांडे ने आरोप लगाया कि पार्टी में किए गए उनके कार्यों की अनदेखी की गई है। उन्होंने कहा कि पार्टी के क्षेत्रीय पदाधिकारी की पत्नी को उनके वार्ड (वार्ड नंबर 10) से टिकट दे दिया गया है।
यूपी निकाय चुनाव के लिए टिकट बंटवारे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में रार थम नहीं रही है। आज गाजियाबाद स्थित आरडीसी में पार्टी की महापौर प्रत्याशी सुनीता दयाल के चुनाव कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह पत्रकारों से बात कर रहे थे, तभी भाजपा की पुरानी महिला कार्यकर्ता ने टिकट बंटवारे पर सवाल उठा दिए।
गाजियाबाद महानगर में वार्ड नंबर 10 से टिकट मांगने वाली भाजपा कार्यकर्ता प्रियंका पांडे पत्रकारों की भीड़ में घुस गईं। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष से सवाल किया कि क्या अब भाजपा में महिलाओं और कार्यकर्ताओं का सम्मान होना बंद हो गया है? हालांकि यह महिला कार्यकर्ता अपनी बात उन तक पहुंचा पाती तब तक भूपेंद्र चौधरी अपनी कुर्सी से उठ चुके थे। दूसरी महिलाएं उन्हें साइड में ले जाने का प्रयास करने लगीं।
प्रियंका पांडे ने पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी में किए गए उनके कार्यों की अनदेखी की गई है। उन्होंने कहा कि पार्टी के क्षेत्रीय पदाधिकारी की पत्नी को उनके वार्ड (वार्ड नंबर 10) से टिकट दे दिया गया है। हालांकि, इस तरह के सवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस में भूपेंद्र सिंह चौधरी से भी पूछे गए थे, इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कहना था कि पार्टी में बड़ी संख्या में अच्छे कार्यकर्ता हैं। एक जगह से कई दावेदार हैं, लेकिन टिकट एक को ही दिया जा सकता था।
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले कार्यकर्ताओं से अपने संबोधन में भी करीब 8 मिनट तक रूठे हुए लों को मनाने और हताश कार्यकर्ताओं को फिर से पार्टी कार्य में जुटने जैसे विषयों पर ही बात की थी। कार्यकर्ताओं की नाराजगी, उनके गुस्से, चुनाव के मैनेजमेंट पर बात की थी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को अपना उदाहरण देकर कर समझाया था कि मैं दो बार चुनाव हारा। बावजूद इसके साढ़े पांच साल प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहा, इसलिए चुनाव लड़कर ही नेता बनें ये जरूरी नहीं है। संगठन में काम करते रहिए, एकमात्र भाजपा ही ऐसा दल है जो सभी कार्यकर्ताओं का ध्यान रखता है।
भूपेंद्र चौधरी ने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाया कि पिछले 32 साल में यहां केवल 2 अध्यक्ष बदले हैं, जबकि भाजपा ने साल 1992 से 10 राष्ट्रीय अध्यक्ष दिए हैं।
आरोप पर भूपेंद्र चौधरी का बयान
जब किसी कर्मठ कार्यकर्ता को टिकट नहीं मिलता है तो कभी-कभी वह कुंठा में कुछ बातें कह जाता है। हमारी पार्टी में लोकतंत्र है। बात करके सब ठीक कर लिया जाएगा। जिन लोगों ने अनुशासनहीनता की है, उन पर कार्यवाही होगी।