UP नगर निकाय चुनाव: एक क्लिक पर हट जाएंगे तीन लाख डुप्लीकेट वोटर
यूपी में निकाय चुनाव की तैयारियां चल रहीं हैं, लेकिन मतदाता सूची में तीन लाख से ज्यादा डुप्लीकेट वोटर पूरे सिस्टम को परेशान कर रहे हैं। हर वार्ड में एक मतदाता के आठ से लेकर 10 जगह नाम हैं।
यूपी में निकाय चुनाव की तैयारियां चल रहीं हैं, लेकिन मतदाता सूची में तीन लाख से ज्यादा डुप्लीकेट वोटर पूरे सिस्टम को परेशान कर रहे हैं। हर वार्ड में एक मतदाता के आठ से लेकर 10 जगह नाम हैं। इसी तरह कुछ मृतक भी मतदाता सूची में शामिल हैं। इनमें से किसी का विलोपन नहीं हुआ है। अब राज्य निर्वाचन आयोग ने डुप्लीकेट मतदाताओं का सत्यापन करने के लिए उनकी सूची भेजकर 25 मार्च तक इस कार्य को करने के निर्देश दिए हैं। उसके बाद साफ्टवेयर के माध्यम से सभी तीन लाख वोटरों का विलोपन किया जाएगा।
निकाय चुनाव के लिए मतदाता सूची में आनलाइन नाम बढ़वाने से लेकर डुप्लीकेट मतदाताओं और मृतक वोटरों के परिजनों से फार्म भरकर उन्हें हटवाने के लिए कहा गया था, लेकिन किसी ने ऐसा नहीं किया। यही नहीं लगातार इस तरह की शिकायतें मिलने के बाद भी बीएलओ ने भी इस दिशा में अपनी ओर से सत्यापन नहीं किया। जिसके चलते तीन लाख से ज्यादा डुप्लीकेट वोटर अभी तक मतदाता सूचियों में शामिल हैं। प्रत्येक वार्ड में एक वोटर का नाम 10-10 बार अंकित है। परेशानी की बात ये है कि इस मतदाता सूची में वोटर की फोटो नहीं होती है। इस कारण पता करना मुश्किल रहता है, लेकिन पिता-पुत्र का नाम एक ही होने के कारण इसका सत्यापन करना भी उतना कठिन कार्य नहीं है।
निकाय निर्वाचन विभाग अब पूरक वोटर लिस्ट तैयार कर रहा है। इस पूरक वोटर लिस्ट का प्रकाशन एक अप्रैल को होगा। इसमें जिन लोगों के नाम शामिल होंगे, उन्हें चुनाव के दौरान अपने वोट डालने का अधिकार होगा। इससे पहले जिला प्रशासन की ओर से नवंबर महीने में वोटर लिस्ट तैयार की गई थी। ओबीसी आरक्षण का मसला उठने के कारण निकाय चुनाव के आयोजन में देरी हुई। जल्द चुनाव की तारीखों की भी घोषणा होगी।