UP Floods: कानपुर बैराज से 2.46 लाख क्यूसेक छोड़ा पानी, गंगा 67 सेमी और बढ़ीं, बाढ़ का खतरा
कानपुर में गंगा बैराज से शनिवार की शाम को इस सीजन का रिकॉर्ड 2.46 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसका असर कटरी के गांवों के अलावा उन्नाव के शुक्लागंज और फतेहपुर के साथ ही प्रयागराज, वाराणसी पर होगा।
कानपुर में गंगा बैराज से शनिवार की शाम को इस सीजन का रिकॉर्ड 2.46 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसका असर शहर में कटरी के गांवों के अलावा उन्नाव के शुक्लागंज और फतेहपुर के साथ ही प्रयागराज और वाराणसी पर पड़ेगा। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने इसे देखते हुए सभी संबंधित शहरों को अलर्ट भेज दिया है। कटरी के गांवों के पास रविवार की सुबह तक पानी पहुंच सकता है। इस सीजन में पहली बार अप स्ट्रीम में गंगा का जलस्तर बढ़ा है।
कानपुर शहर के डाउन स्ट्रीम (मुख्य शहर से शुक्लागंज के पहले तक) गंगा का जलस्तर 67 सेंटीमीटर तक बढ़ गया है। खास बात यह है कि अभी नरौरा बैराज से भी 2 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया जिसका सीधा असर कानपुर पर अगले 72 घंटे में पड़ेगा। बैराज के गेज रीडर उत्तम पाल कहते हैं कि हर दस मिनट पर गंगा के जलस्तर की निगरानी हो रही है।
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1. जलस्तर
कानपुर गंगा बैराज अप स्ट्रीम - 113.100 मीटर
बैराज से आगे शहर में डाउन स्ट्रीम- 112.450 मीटर
शुक्लागंज का जलस्तर - 111.500 मीटर
2. डिस्चार्ज
हरिद्वार से - 73827 क्यूसेक
नरौरा से - 202578 क्यूसेक
कानपुर से - 246584 क्यूसेक
अभी और होती रहेगी बारिश
सीएसए के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि कानपुर मंडल में कहीं सामान्य से अधिक तो कहीं सामान्य से कम बारिश हुई है। शहर के अलग-अलग पॉकेट में कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश हुई है। यदि अनौपचारिक रूप से देखा जाए तो 40 मिमी से अधिक बारिश हुई पर औपचारिक रूप से शाम छह बजे तक कुल 21 मिमी बारिश दर्ज हुई है। रविवार को भी हल्की बारिश की संभावना है।
वीआईपी इलाके भी बने टापू
वीआईपी इलाके भी टापू बन गए। भीषण जल भराव के चलते लोग घरों कैद हो गए। कल्याणपुर कला, नानकारी, बारासिरोही, गूबा गार्डन समेत कई इलाकों में पानी भर गया। पनकी बी ब्लॉक, सी ब्लॉक, विकास नगर, शारदा नगर, आवास विकास तीन जैसे पाश इलाकों में भी सड़कें तालाब सी नजर आईं। उधर, बिठूर स्थित ब्रह्मखूंटी एक फिट तक पानी में डूब गई। 52 घाट की सीढ़ियां जलमग्न हो गईं। तेज बहाव गंगा की उफान को देखते हुए गंगा किनारे नाविकों ने नाव का संचालन बंद कर दिया है।