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यूपी कैबिनेट: सीतापुर और हरदोई के 36 गांव को शामिल कर होगा नैमिषारण्य तीर्थ का विकास

काशी, अयोध्या, मथुरा और विंध्यवासिनी धाम की तर्ज पर अब सीतापुर के नैमिष धाम का विकास भी होगा। ऋषियों की इस तपोस्थली का विकास पौराणिक महत्व के मुताबिक किया जाएगा।

Dinesh Rathour प्रमुख संवाददाता, लखनऊFri, 25 Nov 2022 02:06 PM
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काशी, अयोध्या, मथुरा और विंध्यवासिनी धाम की तर्ज पर अब सीतापुर के नैमिष धाम का विकास भी होगा। ऋषियों की इस तपोस्थली का विकास पौराणिक महत्व के मुताबिक किया जाएगा। सीतापुर और हरदोई जिले के 36 गांव तीर्थ विकास परिषद के क्षेत्र में आएंगे। प्रदेश कैबिनेट ने शुक्रवार को नैमिषारण्य तीर्थ विकास परिषद गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इससे संबंधित विधेयक विधानमंडल के इसी सत्र में पास कराया जाएगा। इसके बाद इसकी अधिसूचना जल्द जारी की जाएगी। प्रदेश कैबिनेट के इस फैसले से 88000 ऋषियों की तपोस्थली नैमिषारण्य अपनी पौराणिक महत्व के अनुसार विकास की राह से जुड़ेगा। 

नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास योजना के पीछे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उद्देश्य नैमिषारण्य क्षेत्र के विकास के लिए विशेष रूप से धार्मिक क्रियाकलापों तथा आध्यात्मिक पर्यटन के लिए अवसंरचनात्मक सुविधाओं का विकास कराना है। गठित होने जा रही विकास परिषद का विस्तार सीतापुर तथा हरदोई के जिले में स्थित नैमिषारण्य क्षेत्र में होगा। इस क्षेत्र में सीतापुर व हरदोई के 36 गांव आएंगे। कुल ग्यारह गंतव्यों में से सात गंतव्य स्थल जिला सीतापुर के अधीन आते हैं। कोरोना, नैमिषारण्य, देवगवां, मड़रुवा, जरिगवां, कोलुहा बरेठी और मिश्रिख हैं। वहीं चार गंतव्य स्थल हरदोई जिले के अधीन आते हैं, जिनमें हर्रैया, नगवा-कोथावां, गिरधरपुर-उमरारी और साखिन-गोपालपुर हैं। सम्पूर्ण परिपथ 209 मील अथवा 84 कोस का है।

यह हैं वे 36 गांव जो परिषद का हिस्सा होंगे

अरबापुर, सहसामऊ, ठाकुरनगर, लकड़ियामऊ, भिठौली, नरसिंघौली, मधवापुर, नरायनपुर, परसौली, संजराबाद, धरवासपारा कलां, धवरपारा-खुर्द, मिश्रिख, सरायंबीबी, जसरथपुर, करमसेपुर, लेखनापुर, रूपपुर, उत्तरधौना, खरगपुर, कल्ली, लोकनापुर, करखिला, मरेली, तरसावां, लोहंगपुर, बिजानग्रंट, बिनौरा, भानपुर, अटवा, मनिकापुर, लेखनापुर, लक्ष्मणनगर, नैमिषारण्य बाहर नगर क्षेत्र, भैरमपुर और अजीजपुर।

कैबिनेट निर्णय   बनारस से बलिया तक 15 जेटी का निर्माण

प्रदेश में जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए प्रस्ताव को शुक्रवार को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी। इसके तहत बनारस से बलिया तक 15 जेटी का निर्माण किया जाएगा। इससे न सिर्फ लोग सस्ते में यात्रा कर पाएंगे, बल्कि किसान अपने उत्पादों को भी अलग-अलग शहरों में भेज सकेंगे। चंदौली जनपद में एक जेटी बन रही है, जहां रेलवे, एयरपोर्ट और बस-ट्रांसपोर्ट समेत तीनों माल परिवहन की सुविधा मिलेगी।

नैमिषारण्य तीर्थ विकास परिषद के अध्यक्ष सीएम होंगे

  • नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद एक निगमित निकाय होगी। जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे। पर्यटन मंत्री इसके उपाध्यक्ष होंगे।
  • मुख्यमंत्री द्वारा कार्यपालक उपाध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी। 
  • प्रमुख सचिव पर्यटन, आवास एवं नगर नियोजन, वित्त, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य, नगर विकास, परिवहन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, लोक निर्माण, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी सीतापुर, मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक उत्तर प्रदेश और कार्यपालक अधिकारी नैमिषारण्य नगर पालिका सदस्य/सह-संयोजक की भूमिका में होंगे।
  • परिषद का एक मुख्य कार्यपालक अधिकारी होगा, जो राज्य सरकार के विशेष सचिव की श्रेणी या वरिष्ठ अधिकारियों में से राज्य सरकार द्वारा नियुक्त किया जाएगा।
  • परिषद के गठन संबंधी अधिसूचना जारी होने के बाद एक नियोजन तथा विकास समिति गठन भी होगा। नियोजन तथा विकास समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी सीतापुर होंगे। मुख्य कार्यपालक अधिकारी इसके सदस्य सचिव होंगे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सीतापुर, मुख्य विकास अधिकारी हरदोई, अपर पुलिस अधीक्षक हरदोई और कार्यपालक अधिकारी नैमिषारण्य नगर पालिका भी इस समिति में रहेंगे। 

 

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